भाजपा के सांसद अरविंद धर्मपुरी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि बीआरएस की एमएलसी के कविता तेलंगाना में मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव दिखा रही हैं। भाजपा सांसद ने आगे आरोप लगाया कि राज्य में दलितों को दी जाने वाली राशि की तुलना में मुसलमानों को बहुत कम वित्तीय सहायता दी जाती है। के कविता को तथ्यों से नहीं भागना चाहिए, उन्होंने तेलंगाना में मुसलमानों के साथ भेदभाव किया है।
जानिए क्या है ‘दलित बंधु’ योजना
तेलंगाना सरकार द्वारा दो योजनाएं चलाई जा रही हैं, पहली दो साल पहले शुरू की गई थी और इसे ‘दलित बंधु’ कहा जाता था, जिसमें प्रत्येक दलित परिवार को 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती थी, लेकिन दुर्भाग्य से, उनके परिवार के भ्रष्टाचार के कारण 0.5 प्रतिशत दलित परिवार भी नहीं थे। अब तक इससे लाभान्वित हुए हैं, आगे उन्होंने कहा, पिछले महीने उन्होंने ‘मुस्लिम बंधु’ नाम से एक और कार्यक्रम लॉन्च किया था जिसमें वह मुस्लिम परिवारों को 1 लाख रुपये दे रही हैं, तेलंगाना में सभी सामाजिक आर्थिक संकेतक बताते हैं कि तेलंगाना में 60% से अधिक मुसलमान गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं।
भाजपा नेता ने पूछा सवाल
वित्तीय सहायता में अंतर पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि बीआरएस एमएलसी सवाल से भाग नहीं सकते। उसने किस आधार पर मुसलमानों के साथ भेदभाव किया है और 9 लाख रुपये का अंतर क्यों है? इसका जवाब आपको देना होगा, मुझे तेलंगाना में मुसलमानों के खिलाफ इस भेदभाव के पीछे धर्मनिरपेक्षता के बारे में बताएं। आप इस सवाल से भाग नहीं सकते, हम आपको और आपकी सरकार को परेशान करने जा रहे हैं।