भाजपा प्रमुख अमित शाह के गोवा में खनन गतिरोध पर दिए बयान के एक दिन बाद इस क्षेत्र पर निर्भर लोगों के एक संगठन ने रविवार को कहा कि उसे सत्तारूढ़ पार्टी से ज्यादा उम्मीद नहीं है। शाह ने कहा था कि उनकी पार्टी राज्य में खनन गतिरोध का हल ढूंढने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी। उन्होंने शनिवार को यहां ‘अटल बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन’ में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। शाह ने शनिवार को कहा था, ‘‘हम गोवा में बंद हो गए खनन को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।’’
भाजपा प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए ‘गोवा माइनिंग पीपुल्स फ्रंट’ के पुती गांवकर ने कहा, ‘‘हमें गोवा के दौरे के दौरान खनन क्षेत्र के मुद्दे से बचने के अमित शाह के कदम के बाद अब भाजपा से ज्यादा उम्मीद नहीं हैं’’ उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘जिस तरह अमित शाह ने केवल एक वाक्य में इस मुद्दे पर बोला वह स्पष्ट संकेत है कि वे इतनी बड़ी समस्या के बारे में गंभीर नहीं हैं।’’ उन्होंने बताया कि जीएमपीएफ ने खनन क्षेत्र को बहाल करने के लिए भविष्य के कदम पर फैसला लेने के मकसद से 14 फरवरी को उत्तर गोवा में एक जनसभा बुलाई है। गांवकर ने बताया कि जीएमपीएफ ने 28 फरवरी को खनन क्षेत्र में बंद का भी आह्वान किया है।