पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों व मौत का आंकड़ा छिपाने पर भाजपा ने शनिवार को ममता सरकार पर आरोप लगाया है। दार्जिलिंग सीट से भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि कोविड-19 मरीजों की मौत होने पर पुलिस रात में 12 बजे चोरी-छिपे लाशों को जला देती है। जिससे राज्य की जनता में आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले अलीपुर द्वार जिले में कोरोना के एक संदिग्ध मरीज की लाश को पुलिस रात में 12 बजे जला रही थी। जिससे आक्रोशित लोगों की पुलिस से भिड़ंत हो गई। जनता ने गुस्से में आकर पुलिस की गाड़ियां जला दीं थीं। कई पुलिसकर्मी इस घटना में घायल भी हुए थे।
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उन्होंने कहा, कोरोना के आंकड़ों को छिपाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में पांच डॉक्टरों की एक कमेटी बना रखी थी। यह कमेटी तय करती थी कि कौन कोरोना से मरा है और कौन नहीं। सोचिए, अगर छह सौ किलोमीटर दूर दार्जिलिंग में कोई व्यक्ति कोरोना से मर रहा है तो फिर कोलकाता में बैठे डॉक्टर बगैर टेस्टिंग के कैसे तय करेंगे कि कौन कोरोना से मरा है या नहीं।
भाजपा सांसद ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान धर्म विशेष के कुछ इलाकों में मनमानी करने की छूट दी गई है। लॉकडाउन का पालन न होने से हालात खराब हो रहे हैं। सही खबरें दिखाने वाले मीडिया संस्थानों को सरकार से जुड़े लोग धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का तो नहीं है। लेकिन पश्चिम बंगाल के हालात इतने खराब हैं कि सच न कहना अपराध सहन करने जैसा है।
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राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है। अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्च र नहीं है। केंद्र सरकार 30 हजार पीपीई किट, एक लाख 40 हजार मास्क और 126 करोड़ रुपये पहले ही दे चुकी है। 32 लाख 50 हजार हाइड्रो ऑक्सी क्लोरोक्वीन टेबलेट भी राज्य सरकार को उपलब्ध कराए गए हैं। फिर भी राज्य सरकार कोरोना के खिलाफ पूरे मनोयोग से लड़ाई लड़ती नहीं दिख रही है।
भाजपा सांसद ने कहा, राज्य सरकार की नाकामी को देख मैने छह अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर केंद्रीय टीमों को निगरानी के लिए भेजने की बात कही। जिसके बाद कोलकाता और नार्थ बंगाल के लिए दो टीमें केंद्र से पहुंचीं। जिसके बाद टेस्टिंग बढ़ीं हैं।
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केंद्रीय टीमों की निगरानी के कारण हालात कुछ ठीक हुए हैं। मेरे पत्र लिखने के बाद केंद्र सरकार के प्रयास से नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में आईसीएमआर से प्रमाणित कोरोना की टेस्टिंग लैब खुल सकी है।
भाजपा सांसद ने राशन वितरण में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा, केंद्र सरकार ने अप्रैल का पूरा राशन और मई का आधा राशन राज्य को उपलब्ध करा दिया। मगर अब तक अप्रैल का पूरा राशन नहीं बंटा है। सत्ताधारी दल का काडर जाकर राशन बांट रहा है। जबकि राशन वितरण राजनीतिक मामला नहीं है। उधर भाजपा के सांसदों को घर में कैद रखा गया है।