मसूरी : विश्व पक्षी गणना दिवस पर मसूरी वन प्रभाग के तत्वाधान में बिनोग वन्य जंतु बिहार में पक्षी गणना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन सहित वनाधिकारी, वाइल्ड लाइफ सांइटिस्ट, और पक्षी विशेषज्ञ, तितली ट्रस्ट, एवं एफआरआई के वैज्ञानिकों की चार टीमों ने प्रतिभाग किया। बिनोग जंतु बिहार में आयोजित पक्षी गणना के लिए चार टीमें गठित की गई। जिसमें एक टीम कंपनीबाग, हाथीपांव, क्लाउड एंड, होते हुए धोबीघाट, दूसरी टीम कंपनीबाग, बांसी स्टेट, कंडीलाज, से धोबीघाट, तीसरी टीम, धोबीघाट, बिनोग टाॅप, अंधेरी, होते हुए वापस धोबीघाट, व चैथी टीम मसराणा, किमोई होते हुए बाटाघाट तक गई व जंगलों में पक्षियों की प्रजाति व पक्षियों की गणना की। सभी टीमें मसूरी वन्यजीव बिहार गेस्ट हाउस में एकत्रित हुई।
इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन ने बताया कि विश्व पक्षी गणना दिवस पर हर वर्ष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है लेकिन गत वर्ष यह कार्यक्रम नहीं हो पाया। पक्षी गणना वर्ष में दो बार की जाती है एक गर्मी के मई माह में और एक शीतकाल के दिसंबर माह में। इस बार चार टीमों के माध्यम से बर्ड वाचरों ने पक्षियों की प्रजाति व गणना की। इस बार बर्ड काउंटिग में 78 प्रजाति के 756 पक्षियों को देखा गया। पिछली बार की तुलना में इस बार चार पक्षियों की प्रजाति कम मिली। उन्होंने कहा कि मसूरी वन क्षेत्र पक्षियों के लिए सुरक्षित है तथा हर वर्ष एक दो प्रजातियां कम हो जाती हैं तो एक दो प्रजातियां नई भी मिल जाती है।
लेकिन यह संतोष जनक है कि यहां पक्षियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई। मसूरी वन्यजीव बिहार में पायी जाने वाली प्रमुख पक्षी प्रजातियों में कलीज, फीजेंट, लांग टेल, ब्राडबिल, मैरून आरियोल, ग्रे हुडेड वार्लर, ग्रे ट्री पाई, ग्रेट बारबेट, ब्लैक बुलबुल, ब्लैक बर्ड आदि है। पक्षी गणना टीम में डा. धनंजय मोहन, डीएफओ कहकशां नसीम, एसडीओ नीरज शर्मा, वन क्षेत्राधिकारी कैम्पटी नीलम बत्र्वाल, क्षेत्राधिकारी विनोग शिप्रा शर्मा, सुरेद्र भटट, केसरी चंद नौटियाल, होशियार सिह पुंडीर, विशेषज्ञ संजय सोंधी, आंचल सोंधी, नेचर साइंस इनिशिएटिव के डा. रमन डा. सौम्या, पक्षी गाईड केशर सिंह, बीरू नेगीआदि मौजूद रहे।