पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा की जांच कर रही सीबीआई (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने गुरुवार को एक ई-रिक्शा चालक को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह मामला बोगतुई गांव में नौ लोगों की हत्या से जुड़ा है, जिन्हें 21 मार्च को उनके घरों में कथित तौर पर जिंदा जला दिया गया था। चालक ने ही घटना में इस्तेमाल किए गए पेट्रोल को कथित तौर पर पहुंचाया था। अधिकारी ने बताया कि, रितन शेख को तड़के बोगतुई में उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
सीसीटीवी फुटेज से की पहचान
सीबीआई के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा, सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान की गई। साथ ही, गिरफ्तार किए गए अन्य संदिग्धों और गवाहों ने भी पूछताछ में उसका नाम लिया था। घटना के बाद से ही रितन फरार था। अधिकारी ने कहा, वह दिन में छिप जाता था और रात के अंधेरे में घर लौटता था। उन्होंने बताया कि, सीबीआई कई दिनों से उसकी तलाश कर रही थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर पश्चिम बंगाल पुलिस से जांच अपने हाथ में लेने के बाद से सीबीआई ने मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 22 लोगों को भी लिया है हिरासत में
सीबीआई ने पहले पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 22 लोगों को भी हिरासत में लिया है। अधिकारी ने बताया कि, रितन की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने उसके घर की तलाशी भी ली। गौरतलब है कि, बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में कुछ मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से नौ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी। माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी।
सीसीटीवी फुटेज से की पहचान
सीबीआई के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा, सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान की गई। साथ ही, गिरफ्तार किए गए अन्य संदिग्धों और गवाहों ने भी पूछताछ में उसका नाम लिया था। घटना के बाद से ही रितन फरार था। अधिकारी ने कहा, वह दिन में छिप जाता था और रात के अंधेरे में घर लौटता था। उन्होंने बताया कि, सीबीआई कई दिनों से उसकी तलाश कर रही थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर पश्चिम बंगाल पुलिस से जांच अपने हाथ में लेने के बाद से सीबीआई ने मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 22 लोगों को भी लिया है हिरासत में
सीबीआई ने पहले पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 22 लोगों को भी हिरासत में लिया है। अधिकारी ने बताया कि, रितन की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने उसके घर की तलाशी भी ली। गौरतलब है कि, बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में कुछ मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से नौ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी। माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी।