कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अब तेलंगाना से महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में प्रवेश करने वाली है। कांग्रेस की यह यात्रा महाराष्ट्र में 14 दिन तक चलेगी और इस दौरान 15 विधानसभा और छह संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। कहा जा रहा कि इस दौरान दो जिलों में राहुल गांधी कुछ रैलियों को सम्बोधित कर सकते है। इसके साथ ही खबर आ रही थी कि इस यात्रा में उद्धव ठाकरे से लेकर शरद पवार तक शामिल हो सकते है। ठाकरे का यात्रा में शामिल होना तय माना जा रहा है, जबकि पवार को लेकर सस्पेंस बरकरार है
इस बारे में बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने बताया कि पवार को हाल ही में बुखार और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसलिए अगर वो स्वस्थ्य महसूस करेंगे तो यात्रा में शामिल होंगे। बता दें, कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु से शुरू हुई थी। इसका अंतिम पड़ाव कन्याकुमारी है। कांग्रेस ने बताया कि तेलंगाना के कामारेड्डी से यह यात्रा रात करीब 9 बजे महाराष्ट्र में प्रवेश करने वाली है। राहुल गांधी की महाराष्ट्र में पहली रैली 10 नवंबर को नांदेड़ जिलें में आयोजित की गई है, जबकि दूसरी रैली 18 नवंबर को बुल्ढाणा जिले के शेगांव में होगी। इन दोनों रैली को राहुल सम्बोधित करेंगे।
बीजेपी ने उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी पर साधा निशाना
वही, अभी कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसा था कि उनकी जिंदगी में भगवान की जगह राहुल गांधी ने ले ली है। इस बारे में बात करते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ” आज तक उद्धव ठाकरे ने कभी अपनी पार्टी की खातिर भी घर से बाहर नहीं निकले, लेकिन अब उन्होंने राहुल गांधी का स्वागत करने का फैसला किया है। सही है। पहले जब बालासाहेब ठाकरे थे तो बड़ी बड़ी हस्तियां उनके घर जाती थी, अब उनके बेटे ने जमाना बदल दिया है। अब उद्धव ठाकरे को राहुल का स्वागत करने नांदेड़ जाना पड़ रहा है। ये बात बिलकुल ‘मुंह में राम, बगल में राहुल’ जैसा है।’
उद्धव ठाकरे राहुल का करेंगे स्वागत
इसी के साथ बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे से आज तक नहीं हुआ कि वो कभी भी हिन्दुओं के लिए सड़क पर उतरे हो। लेकिन अब वो भारत जोड़ो यात्रा में शामिल जरूर होने वाले है। ये उनकी दोहरी नीति को उजागर करता है। राहुल गांधी लगातार पूरे जोश के साथ इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे है। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से शुरू हुई थी, जो 10 सितंबर को केरल पहुंची थी। ये यात्रा तमिलनाडु से शुरू हुई थी, जो जम्मू कश्मीर में सम्पन्न होने वाली है। इस दौरान राहुल लगातर लोगों से मुलाक़ात कर रहे है और जनता के मन को भी टटोल रहे है।