पार्थ चटर्जी पर ईडी की कार्रवाई के कारण चर्चा का कारण बनी अर्पित मुखर्जी के यंहा ईडी को छापेमारी के दौरान नोटों का पहाड़ मिला था। लेकिन बेटी के पास दौलत का अंबार होते हुए मुखर्जी की मां को पुश्तैनी जर्जर मकान में दिन काटने पड़ रहे हैं। दरअसल एक्ट्रेस अर्पिता मुखर्जी बंगाल के परगना जनपद की रहने वाली हैं। वहीं उनका 50 साल पुराना मकान हैं जिसमें अर्पिता की मां निवास करती है।
बेटी चर्चा में क्यों ‘मां’ को मालूम नहीं !
अर्पित मुखर्जी की मां का नाम मिनौती मुखर्जी हैं। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक मिनौती को यह भी मालूम नहीं हैं कि उनकी बेटी की चर्चा आजकल क्यों ज्यादा हो रही हैं। अर्पिता मुखर्जी अधिकांश समय बाहर बीताती हैं वह पिछले हफ्ते ही मां से मुलाकात करने के लिए आई थी। अर्पिता ने मां की देखरेख के लिए दो नौकरों की व्यवस्था कर रखी हैं। ताकि किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
कोर्ट द्वारा अर्पिता को 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेजा गया है। उससे लगातार पूछताछ हो रही है कि उसके फ्लैटों से जब्त राशि आखिरकार किसकी है? अर्पिता की मां का कहना हैं कि उनके पति सरकारी नौकरी में कार्यरत थे जो नौकरी उन्हें मिल सकती थी , लेकिन उसे तो सिर्फ फिल्मों में काम करना था इसीलिए उसने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। जब पत्रकारों ने मिनौती से ईडी के छापेमारी के दौरान मिली रकम के बारे में पूछा तो मिनौती ने कहा मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं।
कौन हैं अर्पिता मुखर्जी
अर्पिता मुखर्जी एक बंगाली एक्ट्रेस हैं जो बंगाल के कद्दावर मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की करीबी महिला मित्र थी। पार्थ चटर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी की गिरफ्त में हैं । ईडी ने धनशोधन के मामले में अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी की थी जिसमें 20 करोड़ का नकद कैश मिला था। उसके बाद से ही अर्पिता मुखर्जी लगातार सुर्खियों का हिस्सा बनी हुई हैं।