केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामलों की जांच के तहत दो स्थानों में तीन नयी प्राथमिकियां दर्ज की हैं। एजेंसी के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये मामले पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में और कूचबिहार के सीतलकूची में दर्ज किए गए हैं। एजेंसी ने अब तक कुल 31 मामले दर्ज किए हैं।
गौरतलब है कि राज्य विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं पर भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा करने का आरोप लगाया था। इन घटनाओं में कई लोग मारे गए थे। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया था कि राज्य के अनेक हिस्सों में कई पार्टी कार्यकर्ताओं के घरों को नुकसान पहुंचाया गया और महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने चुनाव बाद हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।सीबीआई ने अब तक बांकुड़ा, नदिया, कोलकाता, कूचबिहार, उत्तरी 24 परगना, मुर्शिदाबाद सहित अन्य स्थानों से अपराध के मामले दर्ज किए हैं। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि हत्या के एक मामले में, पीड़ित परिवार की महिलाओं का भीड़ ने यौन उत्पीड़न किया था। प्राथमिकियों में दो मई से 14 जून 2021 के बीच दर्ज किए गए अपराधों का विवरण है।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि चार मई को टीएमसी समर्थक साहिनूर अहमद और प्रसेनजीत खाना खा रहे थे, तभी भाजपा के चार समर्थक उनके साथ शामिल हो गए। भोजन के बाद अहमद और प्रोसेनजीत पर हमला किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। उन्हें घसीटकर पास के मक्का के खेत में ले जाया गया और वहीं छोड़ दिया गया। घटना में प्रोसेनजीत बच गया, अहमद की मृत्यु हो गई।
इस बीच, सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने यहां बताया कि मुर्शिदाबाद में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने कलकत्ता उच्च न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ के निर्देशों के अनुसार मामलों को अपने हाथ में ले लिया है। अदालत ने एजेंसी को पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा के दौरान कथित हत्या और बलात्कार की घटनाओं की जांच का काम सौंपा था।