ईद पर गाय की बलि नहीं देने की अपील करने वाले बदरुद्दीन अजमल बोले-हिंदू थे हमारे पूर्वज - Punjab Kesari
Girl in a jacket

ईद पर गाय की बलि नहीं देने की अपील करने वाले बदरुद्दीन अजमल बोले-हिंदू थे हमारे पूर्वज

ईद पर गाय की बलि नहीं देने की अपील करने वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के

ईद पर गाय की बलि नहीं देने की अपील करने वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने दावा किया है कि उनके पूर्वज हिंदू थे। धुबरी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद अजमल ने कहा कि अत्याचारों के कारण, मेरे पूर्वजों को खुद को इस्लाम में परिवर्तित कर लिया था।
बदरुद्दीन अजमल ने गुरुवार को कहा कि “मेरे पूर्वज हिंदू थे। हिंदुओं के एक छोटे समूह के अत्याचारों के कारण, मेरे पूर्वजों को खुद को इस्लाम में परिवर्तित करना पड़ा।” उन्होंने कहा, हालांकि, उन्हें धर्मांतरण के लिए मजबूर नहीं किया गया था।
संघ और बीजेपी पर निशाना साधते हुए अजमल ने कहा, “हिंदू राष्ट्र का एजेंडा एक राजनीतिक नौटंकी है जिसे ये 5 प्रतिशत हिंदू वोट हासिल करने के लिए एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यह हमेशा के लिए एक सपना रहेगा।”
ईद पर गाय की बलि नहीं देने की अपील
कुछ दिनों पहले, अजमल ने असम में मुसलमानों से आगामी ईद समारोह के दौरान गायों की बलि नहीं देने की अपील की और उनसे धार्मिक दायित्व को पूरा करने के लिए अन्य जानवरों का उपयोग करके ‘कुबार्नी’ (बलिदान) देने का अनुरोध किया। हालांकि, इस अपील ने असम में हंगामा खड़ा कर दिया, जिसने राज्य के कई मुस्लिम नेताओं को भी परेशान कर दिया जिन्होंने उनका विरोध किया। 
इस पर अजमल ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों से कहा, ”मैंने अपने हिंदू भाइयों की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की है। यहां तक कि कई मुस्लिम धार्मिक संस्थान भी गाय की बलि का समर्थन नहीं करते हैं।” उनके मुताबिक, देश के सबसे बड़े इस्लामिक शैक्षणिक संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने भी कुछ साल पहले इसी तरह की अपील जारी की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।