प्रसिद्ध समाजसेवी बाबा आमटे की पोती शीतल आमटे ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। शीतल ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में अपने निवास पर मौत को गले लगा लिया। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने आनंदवन नाम की संस्था में हो रहे करप्शन का फेसबुक लाइव किया था।
शीतल आमटे की सोमवार को वरोरा शहर में स्थित आनंदवन के अपने निवास स्थान पर जहर का इंजेक्शन लगने के बाद मौत की जानकारी मिली। हालांकि पुलिस कहना हैै पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही इस बारे मेें कुछ कहा जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि नागपुर से फोरेंसिक विशेषज्ञों का एक दल वरोरा गया है और आनंदवन में उस कमरे को सील कर दिया गया है, जहां शीतल का शव मिला था।
बाबा आमटे के बेटों विकास और प्रकाश एवं बहुओं भारती और मंदाकिनी ने शीतल (विकास की बेटी) द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से लगाए गए आरोपों पर हाल में स्पष्टीकरण जारी किया था। शीतल समिति की सीईओ थीं। विकास, प्रकाश, भारती और मंदाकिनी ने स्पष्टीकरण दिया था, ‘‘महारोगी सेवा समिति, वरोरा देश में अग्रणी समाज सेवा संगठन है। इसने वंचितों के विकास को दिशा एवं प्रेरणा दी। लाखों सामाजिक कार्यकर्ताओं को यहां प्रशिक्षण दिया गया।
आमटे परिवार की तीन पीढ़ियां इस कार्य में जुटी हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘‘शीतल गौतम कराजगी (शीतल विकास आमटे) ने हमारे संगठन के कार्यों में योगदान दिया, लेकिन वह मानसिक तनाव एवं अवसाद से जूझ रही हैं। अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर ये बात स्वीकार करते समय, उन्होंने महारोगी सेवा समिति के कार्य, न्यासियों और कर्मियों के बारे में अनुचित बयान दिए।’’
आमटे परिवार ने कहा था, ‘‘उनकी सभी टिप्पणियां निराधार हैं। आमटे परिवार शीतल के आरोपों के कारण पैदा हो सकने वाली गलतफहमियों को रोकने के लिए आपसी विचार-विमर्श के बाद यह बयान जारी कर रहा है।’’