असम तृणमूल कांग्रेस के नेता रिपुन बोरा ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए ‘एक बनाम एक’ फॉर्मूले पर जोर दिया है।रिपुन बोरा ने, ”भाजपा को हराना विपक्षी दलों का प्राथमिक लक्ष्य है। इसीलिए हमारी नेता ममता बनर्जी ने कांग्रेस और अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की मंजूरी दे दी है। सभी को विपक्षी वोटों के विभाजन को सीमित करने पर ध्यान देना चाहिए। इसलिए, प्रत्येक भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष का एक ही उम्मीदवार होना चाहिए।” इस बीच, बोरा ने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस ने असम में मतदाताओं के बीच पकड़ बना ली है।
कांग्रेस पार्टी हमें गठबंधन में लेने से झिझक रही-एआईयूडीएफ
बोरा ने कहा, “हमारे संगठन ने ताकत जुटा ली है। हमें विश्वास है कि तृणमूल कांग्रेस असम में कम से कम चार लोकसभा सीटें जीत सकती है। पार्टी गठबंधन से ये सीटें तृणमूल उम्मीदवारों को देने की मांग करेगी।’ इस बीच, बदरुद्दीन अजमल की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को 26 पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ से बाहर रखा गया है। हालांकि, राज्य विधानसभा में पार्टी के 15 विधायक हैं।
एआईयूडीएफ के महासचिव और मनकाचार विधानसभा सीट से विधायक अमीनुल इस्लाम ने बताया, “भाजपा के खिलाफ मजबूत लड़ाई के लिए, हमने एआईयूडीएफ को विपक्षी गठबंधन में शामिल करने पर जोर दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी हमें गठबंधन में लेने से झिझक रही है।
बदरुद्दीन अजमल की लोकप्रियता बरकरार
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के विरोध के पीछे के कारणों को भी रेखांकित किया। इस्लाम ने कहा, “कांग्रेस ने विभिन्न समुदायों के मतदाताओं के बीच अपना आधार खो दिया है – चाहे वह असमिया हिंदू मतदाता हों, चाय जनजातियाँ और अन्य समुदाय हों। कांग्रेस अब बड़े पैमाने पर मुस्लिम वोटों पर भारी निर्भर है। यही कारण है कि वे एआईयूडीएफ को खत्म करना चाहते हैं।” विधायक ने आगे दावा किया कि बदरुद्दीन अजमल की लोकप्रियता बरकरार है और एआईयूडीएफ 2024 में होने वाले आगामी आम चुनावों में असम से कम से कम तीन लोकसभा सीटें जीतने के लिए तैयार है।