असम विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के लिए आवंटित समय में कटौती किये जाने को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को सदन से बर्हिगमन किया।पार्टी ने सत्र के दिनों की संख्या घटाये जाने को लेकर भी नाखुशी जताई।विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी ने कहा कि सदन निर्धारित नियमों से संचालित होता है और कोई बदलाव सिर्फ नियम समिति द्वारा किया जा सकता है।दैमारी ने सदन को बताया कि सोमवार को कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की एक बैठक में लिए गये निर्णय के मुताबिक, मंगलवार को प्रत्येक प्रश्न के उत्तर और पूरक प्रश्नों के लिए पांच मिनट का समय दिया जाएगा।पूर्व में, मुख्य प्रश्न पूछने वाले के अलावा पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति दो विधायकों को दी जाती थी, लेकिन कोई समय सीमा तय नहीं थी।
मुद्दे उठाने के लिए विपक्ष के पास सीमित माध्यम
बीएसी की बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले विपक्ष के उपनेता रकीबुल हुसैन ने विधानसभा अध्यक्ष का जिक्र करते हुए दावा किया, ‘‘…मुझे याद नहीं आ रहा कि प्रश्नकाल पर क्या कोई चर्चा हुई थी, जैसा आपने कहा है।’’हुसैन ने कहा कि मौजूदा सरकार के तहत सत्र के दिनों की संख्या 45 दिन से घट कर 26 दिन रह गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें ऐसा लग रहा है कि वे विपक्ष को नहीं सुनना चाहते। ’’कांग्रेस नेता ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि पूरक प्रश्नों के लिए 10 मिनट का समय दिया जाए।विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया ने कहा कि सदन में मुद्दे उठाने के लिए विपक्ष के पास सीमित माध्यम हैं और प्रश्नकाल महत्वपूर्ण है।पूरक प्रश्नों के लिए पांच मिनट की अनुमति देने के अपने रुख से विधानसभा अध्यक्ष के पीछे नहीं हटने पर कांग्रेस के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गये।