हरिद्वार : पंचायती अखाड़ा निर्मला के कोठारी पद को लेकर अखाड़े दोनों पक्षों के बीच विवाद गहरा गया है। पूर्व में अखाड़े के कोठारी पद से हटाए गए महंत गोपाल सिंह न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए चार्ज लेने के लिए समर्थकों के साथ अखाड़े पहुंचे। लेकिन उन्हे अखाड़ें में प्रवेश नहीं करने दिया गया। इसके बाद महंत गोपाल सिंह अखाड़े के गेट पर धरना देकर बैठ गए।
महंत गोपाल सिंह का आरोप है कि अदालत का आदेश होने के बावजूद उन्हें अखाड़े में प्रवेश करने व उनका काम नहीं करने दिया जा रहा है। दूसरी और अखाडे के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह शास्त्री ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि षड़यंत्र के तहत दूसरा पक्ष दबाव बनाकर अखाड़े की संपत्ति को कब्जा करना चाह रहा है।
गत रात्रि से संताें के वस्त्र पहनकर अराजकतत्व अखाड़े के गेट पर बैठे हुए हैं। पुलिस प्रशासन इन शरारती तत्वों को अखाड़े के गेट से अब तक नहीं हटा पाया है। जबकि पुलिस के आला अधिकारियों को सूचित भी किया जा चुका है।
महंत ज्ञानदेव सिंह ने यह भी कहा कि मेरा स्वास्थ्य खराब है। अखाड़े के सभी सेवादार एवं अन्य संत इलाहाबाद कुंभ में गए हुए हैं। कुंभ के लिए भेजी जाने वाली खाद्य सामग्री के अलावा पेशवाई का सामान अखाड़े में रखा हुआ है। मुझे अखाड़े में इनके द्वारा बंधक बना दिया गया।
– संजय चौहान