हिमाचल में लगभग 66 फीसदी मतदान, लोगों ने हिमपात के बावजूद डाले वोट - Punjab Kesari
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हिमाचल में लगभग 66 फीसदी मतदान, लोगों ने हिमपात के बावजूद डाले वोट

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये शनिवार को हुए मतदान में लगभग 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये शनिवार को हुए मतदान में लगभग 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया । निर्वाचन आयोग ने शाम पांच बजे तक मतदान के अस्थायी आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी दी है। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच मुकाबला है।
विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए अहम परीक्षा है और वह लगातार दूसरी बार सरकार न बना पाने के प्रदेश के रिवाज को तोड़ने की कोशिश में है, जबकि कांग्रेस ने भी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए जी-जान लगा दिया है।
राजधानी शिमला से लेकर प्रदेश के ऊंचाई वाले बर्फ से ढके स्पीति तक, लोगों ने सर्दी के बावजूद नई सरकार को चुनने के लिए मतदान किया। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हिमपात हो रहा है।
मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ था और इसकी शुरुआत धीमी रही। हालांकि, धीरे-धीरे मतदान ने गति पकड़ी।
पहले घंटे में करीब पांच प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। पूर्वाह्न 11 बजे तक 17.98 प्रतिशत मतदान हुआ। अपराह्न एक बजे तक 37.19 प्रतिशत और तीन बजे तक 55.65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया।
आयोग की ओर से जारी मतदान के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, शाम पांच बजे तक 66.58 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत 75.57 था, जबकि 2012 के विधानसभा चुनावों में 73.5 प्रतिशत था।
सबसे ज्यादा 72.79 प्रतिशत मतदान सिरमौर जिले में हुआ। इसके बाद सोलन में 68.48 प्रतिशत, ऊना में 68.48 प्रतिशत, मंडी में 68.03 प्रतिशत तथा लाहौल स्पीति में 67.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। ऊंचाई वाले जिले लाहौल स्पीति में अपराह्न एक बजे तक सबसे कम 21.95 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, लेकिन धूप निकलने के साथ ही मतदान तेज हो गया था।
आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 68 विधानसभा क्षेत्रों में से, मंडी जिले के सिराज विधानसभा क्षेत्र, जहां से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर चुनाव मैदान में हैं, वहां सबसे अधिक 82.22 प्रतिशत मतदान हुआ।
आंकड़ों के अनुसार, इसके बाद शिलाई में सबसे अधिक 77 प्रतिशत मतदान हुआ और सुजानपुर में 73.65 प्रतिशत मतदान हुआ।
आंकड़ों के अनुसार बैजनाथ और सरकाघाट में क्रमशः 50.25 प्रतिशत और 55.40 प्रतिशत दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनीष गर्ग ने कहा कि अंतिम आंकड़े सभी चुनावी दलों के लौटने और दस्तावेजों की अंतिम जांच के बाद ही पता चल पायेंगे।
उन्होंने  कहा, ‘‘मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और उसके लिए उचित व्यवस्था की गई थी। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, और चुनावों में लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया देखी गई। यहां तक ​​कि बर्फीले इलाकों में भी लोगों में मतदान को लेकर उत्साह देखा गया।’’
उन्होंने कहा कि लाहौल और स्पीति, चंबा के आदिवासी इलाकों में लगभग 130 मतदान केंद्र और किन्नौर विधानसभा क्षेत्र में कुछ मतदान केंद्र बर्फबारी से प्रभावित थे।
तापमान में गिरावट और अधिक उम्र भी बुजुर्ग लोगों के उत्साह को कम न कर सकी और उन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 105 वर्षीय नारो देवी ने चंबा के चूराह में वोट डाला, जबकि 103 साल के सरदार प्यार सिंह ने शिमला में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
प्रदेश में 80 वर्ष से ज्यादा उम्र के 1.21 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 100 वर्ष या इससे ज्यादा आयु के मतदाताओं की संख्या 1,136 है।
आयोग ने राज्य भर के मतदान केंद्रों पर बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की थी।
आयोग ने कहा कि चासक बाटपरी (83) उन लोगों में शामिल थीं, जिन्होंने भारी हिमपात के बावजूद चंबा के सुदूर भारमौर निर्वाचन क्षेत्र में वोट डाला।
आयोग ने उनकी तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘‘भारमौर राज्य में सबसे सुदूर जगह है और उससे सबसे निकट की सड़क 14 किलोमीटर की दूरी पर है। भारी हिमपात के बाद भी मतदाताओं का गजब उत्साह।’’
भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी का घर हिमाचल में ही था, जिनका कुछ दिन पहले इस चुनाव की खातिर डाक मतपत्र से वोट डालने के बाद निधन हो गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं से शनिवार को आग्रह किया कि वे पूरे उत्साह के साथ ‘लोकतंत्र के पर्व’ में हिस्सा लें और विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान करें।
पहली बार वोट डाल रहे युवा मतदाताओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हिमाचल प्रदेश की सभी विधानसभा सीट के लिए आज मतदान का दिन है। देवभूमि के समस्त मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ भाग लें और वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। इस अवसर पर पहली बार वोट देने वाले राज्य के सभी युवाओं को मेरी विशेष शुभकामनाएं।’’
मुख्यमंत्री ठाकुर ने राज्य के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने का अनुरोध करते हुए ट्वीट किया, “प्रिय प्रदेशवासियों आज मतदान का दिन है। हिमाचल के सभी मतदाताओं से मेरा विनम्र आग्रह है कि पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें। भारी संख्या में मतदान करें, आपका एक मत समृद्ध हिमाचल का निर्माण करेगा।”
उन्होंने मोदी के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, “निश्चित तौर पर आपके आह्वान के अनुरूप राज्य के मतदाता इस बार बढ़-चढ़ कर मतदान करके नया रिकॉर्ड एवं नया रिवाज बनाने वाले हैं। आपका हार्दिक अभिनंदन!”
ठाकुर ने मंडी में एक स्थानीय मंदिर में पूजा करने के बाद अपनी पत्नी और बेटियों के साथ मतदान किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें भाजपा की शानदार जीत का भरोसा है। हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी हिमाचल प्रदेश के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान की अपील की थी।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘हिमाचल वोट करेगा ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) के लिए, हिमाचल वोट करेगा रोज़गार के लिए, हिमाचल वोट करेगा ‘हर घर लक्ष्मी’ के लिए। आइए, भारी संख्या में मतदान कीजिए और हिमाचल की प्रगति और खुशहाल भविष्य के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दीजिए।”
भाजपा अपने विकास के एजेंडे के बूते सत्ता में वापस लौटने की उम्मीद कर रही है, जबकि कांग्रेस प्रदेश में भाजपा से सत्ता छीनने को बेताब है और उसने लोगों से चार दशक के रिवाज के आधार पर वोट डालने की अपील की है, जिसके तहत हर पांच साल में मौजूदा सरकार को बदल दिया जाता है। कांग्रेस को एक के बाद एक चुनाव में हार का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी दो साल में नौ राज्यों में चुनाव हार चुकी है।
कांग्रेस ने ‘हर घर लक्ष्मी’ योजना के तहत सभी महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और अगले पांच वर्षों में पांच लाख नौकरियों सहित कई वादे किए हैं। इसने 680 करोड़ रुपये के स्टार्टअप कोष का भी वादा किया है।
भाजपा ने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने और आठ लाख नौकरियों के अलावा कमजोर वर्गों की कॉलेज जाने वाली लड़कियों को स्कूटी और स्कूल जाने वाली लड़कियों को साइकिल देने का वादा किया है।
राज्य में 55 लाख से ज्यादा पंजीकृत मतदाता हैं और 68 सीट पर 412 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने रामपुर में मतदान किया। इससे पहले उन्होंने शिमला के शनि मंदिर में पूजा की। विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में 24 महिला प्रत्याशी भी हैं।
हिमाचल प्रदेश के कुल पंजीकृत मतदाताओं में से 28,54,945 पुरुष और 27,37,845 महिलाएं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, उनके बेटे एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हमीरपुर में मतदान किया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिलासपुर में परिवार के सदस्यों के साथ मतदान किया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी वोट डाला।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने शिमला में मतदान किया, जबकि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और उनके परिवार ने हरोली में मतदान किया, जहां से वह चुनाव लड़ रहे हैं।
मोदी ने भाजपा के लिए प्रचार नेतृत्व किया है। उन्होंने राज्य के मतदाताओं से व्यक्तिगत अपील करते हुए कहा कि भाजपा के चिन्ह ‘कमल’ के लिए डाला गया, प्रत्येक वोट उनकी ताकत बढ़ाएगा।
भाजपा ने मतदाताओं से पार्टी को फिर से चुनकर ‘रिवाज’ बदलने की अपील की है और कहा है कि ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार सर्वांगीण विकास के लिए काम करती रहेगी।
कांग्रेस के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्य रूप से प्रचार की कमान संभाली थी।
आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश की 68 से में 67 सीट पर चुनाव लड़ा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा, ‘‘करीब 50,000 मतदान कर्मियों और करीब 25,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।”
चुनाव आयोग ने राज्य में कुल 7,884 मतदान केन्द्र बनाए, जिनमें राज्य के सुदूर इलाकों में स्थित तीन सहायत मतदान केन्द्र भी शामिल हैं।

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