कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक के अपने चार दिवसीय दौरे की शुरुआत 10 फरवरी को हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के कोप्पल से करेंगे। राहुल 10 से 13 फरवरी तक कर्नाटक के दौरे रहेंगे। अपने चार दिन के दौरे में कोप्पल में जनसभा के बाद राहुल गांधी हुलीगेम्मा मंदिर में पूजा के लिए जाएंगे और फिर लिंगायतों के प्रसिद्ध गवि सिध्देश्वर मठ का दर्शन करेंगे। हुलीगेम्मा दुर्गा मां का मन्दिर है, तो वहीं गवि सिध्देश्वर मठ से होते हुए रास्ता पहाड़ी पर बने में शिव मंदिर को जाता है, जहां लाखों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं।
दोनों ही जगह लिंगायत जाति के लोगों के लिए अहम है। लिंगायत के अलावा इस इलाके में कुरुबा और मुस्लिम लोग भी बहुतायत में हैं।कुरुबा और मुस्लिम पर कांग्रेस की अच्छी पकड़ है। लिंगायतों को अलग धर्म की मान्यता देकर बीजेपी के इस वोट बैंक को तोड़ने में जुटे मुख्यमंत्री सिद्धारमैय्या को उम्मीद है कि अगर लिंगायतों का वोट हासिल करने में वो कामयाब हो गए, तो हैदराबाद-कर्नाटक के साथ-साथ उत्तर कर्नाटक में भी कांग्रेस को फायदा होगा।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने राहुल गांधी के मठ मन्दिर जाने पर चुटकी लेते हुए कहा,”अब कांग्रेस को हिंदुत्व की अहमियत का एहसास हुआ है, लेकिन उनकी इस कवायद से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा, लोग सब जानते हैं।” सिद्धरमैय्या को उम्मीद है कि अगर लिंगायतों का दिल जीतने में कामयाब हो गए तो हैदराबाद-कर्नाटक के साथ-साथ कांग्रेस को उत्तर कांग्रेस में भी मजबूती मिलेगी। राहुल गांधी के दौरों में मठ-मंदिर का जिक्र आने पर कांग्रेस के प्रदेश चुनाव समिति के अध्यक्ष डी शिवकुमार ने कहा कि रास्ते में आने वाले मंदिर, मठ, मजार और गुरुद्वारे में जाने में क्या हर्ज? हम समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहते हैं।
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