देश विदेश में अनेक स्थानों पर कोरोना के खतरनाक माने जा रहे वेरिएंट ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी को चेताते हुए आज फिर कहा कि नागरिक कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए‘कोविड अनुकूल व्यवहार’अपनाएं। चौहान राज्य सरकार की ओर से आज संचालित कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत व्यवस्थाओं का अवलोकन करने रशीदिया स्कूल परिसर पहुंचे। उन्होंने वहां पर वैक्सीनेशन केंद्र का अवलोकन किया और फिर नागरिकों को संबोधित किया।
चौहान ने कहा कि नागरिक मास्क लगाने में लापरवाही नहीं बरतें। इस तरह की लापरवाही दूसरे नागरिकों और परिचितों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। उन्होंने सभी लोगों से कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने का अनुरोध करते हुए कहा कि इसके माध्यम से भी हम कोरोना की तीसरी लहर रोक सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी धर्म के गुरुओं, समाजसेवियों और अन्य प्रमुख लोगों से आह्वान किया कि वे आम नागरिकों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। कोई भी व्यक्ति कोरोना टीके के बगैर नहीं रहे, यह हम सबकी जिम्मेदारी है।
चौहान ने बताया कि राज्य में अब तक 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को 09 करोड़ 91 लाख डोज लग चुके हैं। उन्होंने टीकाकरण की दिशा में और जागरुक होने की जरूरत बताते हुए कहा कि यदि हम सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाने में सफल हो जाते हैं और कोरोना वायरस से लड़ाई में हम और मजबूत हो जाएंगे।
चौहान ने बताया कि दुनिया के कई देशों में कोरोना का कहर फिर से प्रारंभ हो गया है। इसलिए हमारे प्रदेश के नागरिकों को मास्क लगाना, सुरक्षित दूरी बनाए रखना, भीड़भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाना और सर्दी खांसी बुखार होने पर तुरंत अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराना आवश्यक है। ऐसा करके हम कोरोना की तीसरी लहर को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हमने अपने अनेक लोगों को खोया है। यह बात हमें भूलना नहीं चाहिए और तीसरी लहर रोकने के लिए हरसंभव उपाय करना चाहिए।
सरकार अपने स्तर पर सभी प्रयास कर रही है, लेकिन आम लोगों की सहभागिता भी आवश्यक है। मध्यप्रदेश में 05 करोड़ 50 लाख लोगों की आबादी ऐसी है, जिनकी उम, 18 वर्ष से अधिक है। इनमें से लगभग सभी लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। इसके अलावा 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को दूसरा डोज भी दिया जा चुका है। सरकार का प्रयास है कि शीघ्र ही सभी नागरिकों को दूसरा डोज भी दे दिया जाए।