पटना : स्वच्छता और जागरूकता महिलाओं के स्वास्थ्य पर अहम असर डालती है। ब्रेस्ट कैंसर हो या बच्चेदानी का कैंसर षुरूआती स्टेज में ही पता चल जाने पर न सिर्फ बेहतर इलाज संभव है बल्कि मरीजों को कम परेषानी और कम खर्च में भी बिमारियों से दूर रखा जा सकता है। बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स स्थित सेमिनार हॉल में आज गुलमोहर मैत्री की ओर से आयेाजित विमेन हेल्थ एंड हाइजिन विषय पर परिचर्चा में शहर की विषेषज्ञ महिला चिकित्सकों ने स्वच्छता और जागरूकता के जरिए अधिकतर बीमारियों पर नियंत्रण पाने की बात कही।
एम्स की डा0 प्रीतांजलि सिंह ने कहा कि हमारा अपना व्यक्तिगत स्वास्थ्य हमें रोगों से मुक्त रखने के लिए स्वच्छता के स्तर पर निर्भर करता है। देख भाल करने वालों के रूप में चूंकि महिलाएं घर-परिवार के अन्य सदस्यों के खाना बनाने के साथ अन्य कार्यों में भी हाथ बंटाती है, ऐसे में महिलाओं की साफ सफाई की आदत का असर पूरे परिवार के स्वास्थ्य पर पड़ता हैं। महिलाएं अगर अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता का ध्यान रखती हैं तो बहुत हद तक अधिकतर बिमारियों पर काबू पाना संभव है।
गुलमोहर मैत्री की फाउंडर मंजू सिन्हा ने बताया कि स्वच्छता का मतलब सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य से नहीं है बल्कि चूकिं हम परिवार और समाज में रहते हैं ऐसे में व्यक्तिगत स्वच्छता सबको प्रभावित करती है।
परिचर्चा में महावीर कैंसर संस्थान की डा0 विनीता त्रिवेदी, डा0 स्वाति मिश्रा, कुर्जी होली फैमिली की डा0 रूमा गोस्वामी, समाजसेवी मधु मंजरी, विनीता झा एवं दूरदर्षन की प्रोग्रामिंग हेड रत्ना पुरकायस्था ने भी अपने विचार रखे। फाउंडर मंजू सिन्हा ने बताया कि गुलमोहर मैत्री महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर अक्सर विषेषज्ञ चिकित्सकों के सौजन्य से परिचर्चा, कार्यषाला एवं सेमिनार आयोजित करता रहा है और भविष्य में भी गुलमोहर मैत्री की ओर से ऐसे अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।