सूरत के एक स्कूल में लड़कियों के एक समूह द्वारा हिजाब पहनने का विरोध करने पर मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कम से कम 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। कपोदरा थाने के निरीक्षक एम बी राठौड़ ने बताया कि विहिप कार्यकर्ताओं को स्कूल परिसर से हिरासत में लिया गया। विहिप कार्यकर्ता कुछ लड़कियों के हिजाब पहनने के विरोध में वहां एकत्र हुए थे।
VHP कार्यकर्ता परीक्षा केंद्र के बाहर कर रहे थे हिजाब का विरोध
उन्होंने बताया कि हिजाब पहनने वाली लड़कियां स्कूल की छात्रा नहीं थीं, बल्कि वे एक प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए वहां गई थीं। वह स्कूल परीक्षा केंद्र था। राठौड़ के अनुसार भगवा गमछा लिए कार्यकर्ताओं ने स्कूल में प्रदर्शन किया, वहीं छात्राओं ने परीक्षा दी। विहिप कार्यकर्ता सीधे स्कूल के प्रधानाध्यापक के पास बात करने के लिए पहुंच गए, इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। प्रिंसिपल ने पुलिस को सूचित किया और मौके पर पहुंचकर पुलिस ने उन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
परीक्षा दे रही लड़कियों को कोई परेशानी का नहीं करना पड़ा सामना
निरीक्षक ने कहा, हम स्कूल पहुंचे और विरोध कर रहे 15 लोगों को हिरासत में लेकर उन्हें थाना लाया गया। लड़कियों को परीक्षा देने में कोई बाधा नहीं आई।’’ प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि गुजरात को शाहीन बाग में बदलने की साजिश के तहत लड़कियां हिजाब पहनकर स्कूल आयी थीं। शाहीन बाग संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का एक प्रमुख केंद्र था।
इस बीच, सूरत के कांग्रेस नेता असलम साइकिलवाला ने आरोप लगाया कि कुछ समूह जानबूझकर राज्य में शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यह गुजरात में शांति भंग करने के लिए कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की साजिश प्रतीत होती है।