दो साल बाद सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। दरअसल आज गणेश जयंती है और सिद्धिविनायक मंदिर में दो साल बाद बड़े धूमधाम से मंदिर परिसर में गणेश जयंती मनाई जा रही है ।
सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई
आपको बता दें गणपति का जन्मोत्सव हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी विनायक चतुर्थी पर मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी तिथि पर देवी पार्वती के पुत्र गणपति का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है। गणेश जयंती के इस मौके पर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई।
100 से 200 लोग आरती में शामिल होते नजर आए
सुबह 5 बजे की आरती के लिए 100 से 200 लोग आरती में शामिल होते नजर आए। वहीं मुंबई के कई इलाकों से लोग पालकी लेकर सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे. घाटकोपर से आए लोगों ने बताया कि बीती रात 10 बजे वह पालकी लेकर निकले थे और आधी रात 3.30 के करीब पहुंचे।
मुंबई का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है सिद्धिविनायक मंदिर
सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। आम लोगों से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज तक इस मंदिर में काफी आस्था रखते है। भगवान गणेश को समर्पित इस मंदिर का निर्माण साल 1801 में लक्ष्मण विथु और देउबाई पाटिल ने करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि लक्ष्मण विथु और देउबाई पाटिल की खुद की कोई संतान नहीं थी और इसलिए उन्होंने इस मंदिर का निर्माण करवाया ताकि दंपत्ति संतान सुख की प्राप्ति कर सके। कहा ये भी जाता है कि यहां भगवान गणेश की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी।
श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला
पौराणिक मान्यता है कि विघ्नहर्ता गणेश जयंती पर व्रत और विधि विधान से उनका पूजन किया जाए तो संतान सुख की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। इसके अलावा गंभीर रोग, हर कष्ट और बुध-केतु की पीड़ा से भी मुक्ति मिलती है। गणेश जयंती पर सुबह शुभ मुहूर्त में गणपति को तिल से स्नान कराएं और फिर फूल, दूर्वा, धूप, दीप आदि से पूजा करें। बहरहाल 2 साल बाद मंदिर परिसर में गणेश जयंती धूम धाम से मनाए जाने पर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला ।