झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि सभी को अपनी भाषा एवं संस्कृति के लिए जागरूक होना चाहिये। श्रीमती मुर्मू ने आज यहां राजभवन में हो समाज के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक में कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा हो भाषा की कृतियों को वारांड. लिपि में लिप्यन्तरित किया गया है। हो समुदाय के बुद्धिजीवियो भी अपने भाषा के विकास के लिए आगे आने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सभी को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिले। कोई व्यक्ति किसी योजना का लाभ प्राप्त करने की पात्रता रखता हो और उसे उस योजना का लाभ नहीं मिलता है तो इसकी शिकायत अवश्य करें। इ राज्यपाल ने कहा कि लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य आदि अहमियत से अवगत कराया जाये तथा उन्हें शिक्षा ग्रहण के प्रति प्रेरित किया जाये।
उन्होंने शिक्षा ही विकास का द्वार बताया और कहा कि शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति के स्वयं की उन्नति के साथ-साथ समाज की उन्नति भी होगा। इस अवसर पर हो समुदाय के बुद्धिजीवियों द्वारा कहा गया कि हो भाषा एवं लिपि के विकास के लिए हो भाषा परिषद का गठन किया जाए, मात्र चुनाव की औपचारिकता पूर्ण करने की अपेक्षा पेसा का क्रियान्वयन अनुसूचित क्षेत्रों में अक्षरश: हो।