राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। वे पार्टी प्रमुख शरद पवार और अन्य के खिलाफ एमएससीबी बैंक घोटाले के संबंध में धन-शोधन का मुकदमा दर्ज किए जाने की निंदा कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि पार्टी के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
राकांपा की युवा इकाई के प्रांतीय प्रमुख मेहबूब शेख की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने ईडी के दफ्तर के बाहर सत्ताधारी दल भाजपा और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। शेख ने दावा किया कि प्रदर्शन कर रहे पार्टी के सदस्यों पर पुलिस ने लाठी चलाई और बाद में उन्हें हिरासत में लिया।
उन्होंने कहा, “शरद पवार की रैलियों में भारी समर्थन देखकर ईडी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए हमने इस कार्रवाई की निंदा करने के लिए ईडी के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया।”
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राकांपा के पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है और उन्हें माता रमाबाई आम्बेडकर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। उन्होंने बताया, “चूंकि प्रदर्शनकारी जाने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।”
बता दें कि ईडी ने शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार तथा अन्य लोगों के खिलाफ महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाले के संबंध में धनशोधन का मुकदमा दर्ज किया है। केंद्रीय एजेंसी ने धनशोधन निरोधक अधिनियम के तहत एक मुकदमा दर्ज किया है, जो मुंबई पुलिस की एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सहकारी बैंक के 70 अन्य पदाधिकारियों के नाम हैं।