पुड्डुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने कल रात स्पष्ट किया कि मुफ्त चावल वितरण योजना को खुले में शौच मुक्ति तथा सफाई के साथ जोड़ने का निर्देश देने के पीछे उनका मकसद गरीबों का हक छीनने का नहीं है। चौतरफा निंदा के बाद उन्होंने अपने इस आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है। बेदी ने संवाददाताओं को भेजे गए अपने व्हाटसअप्प संदेश में कहा कि वह पहले ही जरूरतमंद लोगों को गुणवत्ता युक्त चावल मुहैया कराने की योजना को स्वीकृति दे चुकी है और संबंधित विभाग ने खरीद एवं वितरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि उनका वह आदेश ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच से होने वाली बीमरियों के संदर्भ में था और उनका मकसद गरीब समुदाय के जीवन स्तर तथा प्रशासनिक प्रदर्शन में सुधार करने का है। उन्होंने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों को केन्द्र सरकार और केन्द्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार उनका हक दिया जाएगा। गौरतलब है कि बेदी ने आदेश दिया था कि मुफ्त में चावल सिर्फ उन्हीं गांवों को मुहैया कराया जाएगा जो खुले में शौच से मुक्त होंगे। उनके इस आदेश की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने कड़ी आलोचना की थी।
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