2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दल एकजुट होने की भरपूर कोशिश कर रहे है। कांग्रेस समेत सभी राजननीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तरफ से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समक्ष एक बड़ा गठबंधन बनाकर कड़ी चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं।
किसी टॉम, डिक या हैरी को पीएम की कुर्सी पर बैठाना नहीं है-केसीआर
ऐसे में तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सर्वेसर्वा के चंद्रशेखर राव ने बुधवार को ‘भारतीय राष्ट्र समिति’ (बीआरएस) के गठन पर जोर देते हुए इस नए मोर्चे के नए मंत्र गिनाए। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सिर्फ भाजपा को हराना या पीएम मोदी को सत्ता से बाहर कर किसी टॉम, डिक या हैरी को पीएम की कुर्सी पर बैठाना नहीं है, बल्कि देश की प्रगति और विकास के एजेंडे पर काम करना है।
विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात के बाद बोले केसीआर
केसीआर की यह टिप्पणी हाल ही में उद्धव ठाकरे, शरद पवार और हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद आई है, जिसमें उन्होंने केसीआर से कहा था कि बिना कांग्रेस के साथ वो किसी गठबंधन के बारे में नहीं सोच सकते हैं। मुंबई में अपनी बैठकों के बाद, केसीआर ने “विभाजनकारी, सांप्रदायिक ताकतों” के खिलाफ लड़ने और देश के शासन में बदलाव लाने के लिए राष्ट्रीय राजनीति में एक भूमिका निभाने की कसम खाई।
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टीआरएस के 21वें स्थापना दिवस पर केसीआर ने कहा-
राव ने कहा कि उन्हें राजनीतिक एजेंडे की जरूरत नहीं है, बल्कि लोगों को वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है जो देश को प्रगति और विकास के पथ पर ले जा सके। तेलंगाना राष्ट्र समिति के 21वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “कोई भी नया प्रयोग इसी दर्शन पर आधारित होना चाहिए।”
कुछ दलों ने भाजपा को सत्ता से हटाने का मुद्दा उठाया
केसीआर ने कहा कि कम्युनिस्ट नेताओं ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को हटीटाने के लिए उनसे मदद मांगी। “कुछ अन्य दलों ने भी भाजपा को सत्ता से हटाने का मुद्दा उठाया। मैंने उनसे कहा कि हम इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं… नरेंद्र मोदी को नीचे लाने और टॉम, डिक और हैरी को अगला प्रधान मंत्री बनाने पर ध्यान केंद्रित नहीं है। गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार को आगामी लोकसभा चुनावों में कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दल लगातार एक ऐसा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे है, जो पीएम मोदी के सामने एक बड़ी चुनौती पेश कर सकें।