देश में जारी लाउडस्पीकर विवाद के बीच उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के फैसले की गुरुवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने जमकर प्रशंसा की। अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर सीधा निशाना साधते हुए, उन्होंने उम्मीद जताई कि महाराष्ट्र में भी “सद्भावना” की जीत होगी। बता दें कि मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे ने राज्य सरकार को 3 मई के अंदर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है, जिसमें विफल रहने पर उन्होंने चेतावनी दी कि वह मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर में हनुमान चालीसा बजाएंगे।
राज ठाकरे ने CM योगी के लिए बांधे तारीफों के पुल
सीएम योगी की तारीफों के पुल बांधते हुए राज ठाकरे ने कहा, “मैं तहे दिल से बधाई देता हूं और धार्मिक स्थलों, विशेष रूप से मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए योगी सरकार का आभारी हूं। दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में हमारे पास कोई ‘योगी’ नहीं है; हमारे पास जो है वह ‘भोगी’ है। मैं ईश्वर से उन्हें सद्बुद्धि देने की पार्थना करता हूं।” एक मीडिया चैनल से बात करते हुए यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने खुलासा किया कि राज्य में 17,000 से अधिक लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं, जबकि लगभग 39,000 लाउडस्पीकरों में साउंड की मात्रा कम कर दी गई है।
यूपी में 30 से 40 हजार धर्मगुरुओं के साथ की बात
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “माननीय सीएम (योगी आदित्यनाथ) ने जब वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहले दौर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, तो उन्होंने निर्देश दिया कि हम त्योहारी सीजन को देखते हुए 24 घंटे के भीतर हर धर्मगुरु से बात करें। इसके परिणामस्वरूप, हम राज्य के 30-40,000 धर्मगुरुओं के साथ आमने-सामने चर्चा करते हुए कहा कि कैसे त्योहारों को सुंदर और भव्य तरीके से खुशहाल माहौल के साथ मनाया जा सकता है। इसी कड़ी में सभी से अनुरोध किया गया था कि लाउडस्पीकरों से संबंधित कानूनों का पालन किया जाना चाहिए, चाहे वे मंदिर हो या मस्जिद।”
राज ठाकरे ने 12 अप्रैल को रखी थी लाउडस्पीकर हटाने की मांग
बता दें कि राज ठाकरे ने 12 अप्रैल को ठाणे में अपनी विशाल रैली के दौरान मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर विवाद धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है, “मैं राज्य सरकार को बताना चाहता हूं, हम इस विषय पर पीछे नहीं हटेंगे, जो करना है करो।” 17 अप्रैल को अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए, मनसे प्रमुख ने कहा, “हम दंगे नहीं चाहते हैं। किसी ने भी नमाज़ अदा करने का विरोध नहीं किया है। लेकिन अगर आप (मुसलमान) लाउडस्पीकर पर अजान करते हैं, तो हम भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि धर्म कानून से बड़ा नहीं है।”