आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि बिनोद बिहारी महतो झारखंड में राजनीतिक-सामाजिक चिंतन के प्रतीक थे। उनके विचारों और सिद्धांत में माटी का प्रेम के साथ यहां के लोगों को पढऩे आगे बढऩे और हक के लडऩे का संदेश था। बिनोद बाबू की 150 फीट ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ रिवोल्यूशन के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वे बोल रहे थे।
बांसपहाड़ दलूडीह, राजगंज धनबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों की भीड़ जुटी। सभी ने झारखंड की महान शख्सियत बिनोद बाबू को श्रद्धा से याद किया। इसी मौके पर श्री महतो ने कहा कि यह प्रतिमा झारखंडी जनमानस और यहीं के वीर सपूतों का मान बढ़ायेगा। दरअसल हम वैसा वातावरण बनाने की मुहिम में जुटे हैं जिसमें यह परिलक्षित हो कि झारखंडी समाज इतिहास के साथ जीना चाहता है और अगले इतिहास को भी नई शक्ल देना हमारा मकसद है।
उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के जेहन में बिनोद बाबू की प्रेरणा कायम रहे, इसके लिए ही बिनोद विचार मंच ने इस परिक्लपना को मूर्त रूप देने की ठानी है। इससे पहले बिनोद बिहारी महतो के पुत्र टुंडी के विधायक राजकिशोर महतो अपने पैतृक गांव से पवित्र मिट्टी लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।