राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार का कहना है कि उन्होंने देश की सभी पार्टियों से समर्थन की अपील की है। उन्होंने इससे संबंधित पार्टी प्रमुखों को पत्र भेजा है तथा अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव दो व्यक्तियों का नहीं, दो विचारधाराओं का है। वह उस विचारधारा से आती हैं, जिसका इतिहास सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष का रहा है। जो अकलियतों, दलितों, वंचितों का सम्मान करती है और उनके हक लिए अपनी आवाज बुलंद करती है।
अपने पक्ष में समर्थन मांगने मीरा कुमार शनिवार को रांची पहुंचीं उन्होंने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के आवास पर तकरीबन 50 मिनट की बैठक की। इसके बाद मीरा ने मीडिया से बातचीत की थीं। मीरा कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के आवास पर हुई बैठक में उनकी मुलाकात विपक्ष के लगभग सभी विधायकों से हुई। सभी ने अपना समर्थन देने का आश्र्वासन दिया है। सौभाग्य से इसी कड़ी में उनकी मुलाकात झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से हुई, उन्हें उनका भी आशीर्वाद मिला है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का भी उन्हें समर्थन प्राप्त है। मीरा ने झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से फोन पर बात की, मरांडी ने भी उन्हें समर्थन देने का आश्र्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 17 दलों की हुई बैठक में उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया है। मीरा का कहना है कि धर्म के नाम पर समाज का बंटवारा कतई उचित नहीं है। वह जिस विचारधारा से आती हैं, वहां हर धर्म को सम्मान देने की परंपरा रही है। अपने धर्म के साथ अन्य धर्मो का कैसे सम्मान किया जाता है, उन्हें सिखाया गया है। उनके प्रतिद्वंद्वी रामनाथ कोविंद के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने बस इतना कहा “मैं उनका सम्मान करती हूं।”
झारखंड में कैसा रहा मीरा का कार्यक्रम..
मीरा सबसे पहले झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पहुंचीं। यहां नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के अलावा उनके 16 साथी विधायक मौजूद थे। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह लोहरदगा विधायक सुखदेव भगत के अलावा आलमगीर आलम मौजूद थे। इसके अलावा राजद की ओर से पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी तथा उनके अन्य सहयोगी मौजूद थे। शिबू सोरेन के आवास के बाद उनका काफिला नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के आवास पहुंचा, जहां भी सभी दलों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।