गिरिडीह( झारखंड) : राष्ट्रीय जांच एजेंसी( एनआईए) पिछले महीने गिरिडीह जिले में नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान माओवादियों के पास से बरामद किये गये सैकड़ों आधार कार्डों सहित बरामद किये गये दस्तावेजों की जांच करेगी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर के मलिक ने कल यहां बताया कि झारखंड सरकार ने अभियानों के दौरान नक्सलियों से बरामद किये गये आधार कार्डों,एटीएम कार्डों और बैंक दस्तावेजों से जुड़े दस्तावेजों की एनआईए से जांच कराने की सिफारिश की है।
उन्होंने बताया कि अभियानों के दौरान सुनील सोरेन,उप क्षेत्रीय कमांडर शेखर उर्फ चार्ली और सोहन मांझी सहित15माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है। सुनील के सिर पर25लाख रूपये का ईनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किये जाने के अलावा सुरक्षा बलों ने 1125 आधार कार्ड, 60 एटीएम कार्ड और 200 बैंक एकाउंट से जुड़े दस्तावेज बरामद किये थे।
मलिक ने बताया कि राज्य में राज्य सशस्त्र पुलिस और सीआरपीएफ के गहन नक्सल विरोधी अभियान के कारण राज्य में नक्सलियों की संख्या में काफी कमी आ गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘नक्सल खतरे को बेहतर तरीके से कुचलने के कारण राज्य में इस समय केवल 500 से 600 नक्सली रह गये हैं।’’
राज्य में वरिष्ठ माओवादी नेताओं की उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने बताया कि प्रयाग मांझी, मिसिर बेसरा और प्रशांत बोस सहित सभी शीर्ष माओवादियों नेता के सिर पर एक-एक करोड़ रूपये का ईनाम है। वे पुलिस के रडार पर हैं और उन्हें जल्द की पकड़ लिया जाएगा।
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