विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह राज्यों में धुंआधार रैलियां कर रहे है। जिसके चलते वह आज महाराष्ट्र में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करने वाले है। महाराष्ट्र के बुलढाणा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, वर्षों से हमारा रुख रहा है कि हम कश्मीर मुद्दे पर किसी अन्य देश का हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं। वो चाहें अमेरिकी राष्ट्रपति हों या कोई और, प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है, इसमें हस्तक्षेप न करें।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने परिवारों के लिए काम करती है जबकि बीजेपी और शिवसेना के जहन में केवल देश का हित है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने का विरोध करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा।
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शाह ने कहा, “महाराष्ट्र के लोगों को विकल्प चुनना होगा। कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करती है वहीं बीजेपी और शिवसेना के मन में बस देश का हित है।” उन्होंने कहा कि मई में दूसरी बार ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहला फैसला अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के प्रावधानों को निरस्त करना था जो देश में जम्मू-कश्मीर के एकीकरण में बाधा थे।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, “किसी प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को छूने का साहस नहीं दिखाया। लेकिन मोदी जी ने यह किया। आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। “कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि अगर फैसला (अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त करने का) लिया गया तो घाटी में खून की नदियां बहेंगी और संसद में इसके खिलाफ मतदान किया। लेकिन, खून की एक भी बूंद नहीं गिरी।”
गृहमंत्री ने कहा कि बीजेपी के लिए देश की सुरक्षा, वोट बैंक की राजनीति से ज्यादा अहम है। शाह ने कहा, “ विपक्ष क्यों पूछ रहा है कि अनुच्छेद 370 का महाराष्ट्र की राजनीति से क्या लेना-देना है? पूरा देश कश्मीर को भारत का हिस्सा देखना चाहता है और मोदी जी ने उस इच्छा को पूरा किया।” महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे।