मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह गुरुवार को शहर पहुंचे। मुंबई की एक अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया है। परमबीर सिंह ने यहां पहुंचते ही पत्रकारों से कहा,‘‘मैं अदालत के निर्देश के अनुरूप जांच का हिस्सा बनूंगा।’’ महाराष्ट्र में जबरन वसूली के कई मामलों का सामना कर रहे भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी ने समाचार चैनलों को बुधवार को बताया था कि वह चंडीगढ़ में हैं।
SC ने परमबीर सिंह को गिरफ्तारी से दिया संरक्षण
सुप्रीम कोर्ट ने परमबीर सिंह को गिरफ्तारी से फिलहाल संरक्षण प्रदान किया है। गौरतलब है कि सिंह के खिलाफ वसूली का मामला दर्ज है। मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद सिंह को मार्च 2021 में मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया गया था। इसके बाद सिंह को होम गार्ड्स का महानिदेशक नियुक्त किया था।
परमबीर सिंह ने देशमुख पर लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप
परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसे देशमुख ने खारिज किया था। गृह मंत्री अनिल देशमुख को बाद में मंत्री पद से हटाया गया और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने परमबीर सिंह के आरोपों पर उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया था।
परमबीर सिंह आखिरी बार 7 अप्रैल को आए थे नजर
सचिन वाजे को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के बाहर विस्फोटक रखी एक कार मिलने के बाद दर्ज मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। परमबीर सिंह आखिरी बार 7 अप्रैल को सार्वजनिक तौर पर दिखे थे। वह 4 मई को कार्यालय आए और उसके बाद स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर चले गए थे। पुलिस ने 20 अक्टूबर को बताया कि परमबीर सिंह का कोई अता-पता नहीं है।