प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से तमिलनाडु के महाबलिपुरम में मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी तमिलनाडु के पारंपरिक परिधान में नजर आए। दोनों ही नेताओं ने एक दूसरे से गर्मजोशी से मुलाकात की।महाबलीपुरम में पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पंच रथ, श्री कृष्ण की मक्खन गेंद और अर्जुन तपस्या स्थल घुमाया।
साथ ही पीएम मोदी ने इन स्थलों के बारे में राष्ट्रपति जिनपिंग को जानकारी भी दी। पल्लव राजाओं द्वारा स्थापित अभयारण्यों के इस समूह को 7 वीं और 8 वीं शताब्दी में कोरोमंडल तट के किनारे ठोस चट्टान पर उकेरा गया था। यहां की भव्यता देखते ही बनती है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भगवान कृष्ण की मक्खन की गेंद के रूप में जाने जाने वाले पत्थर के बारे में भी बताया। जो करीब 1200 सालों से एक ही जगहा पर टिका हुआ है। इसकी ऊंचाई तकरीबन 6 मीटर और चौड़ाई करीब 5 मीटर है। इसका वजन 250 टन है। घूमने के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग ने नारियल पानी पीते हुए बातें की।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज चेन्नई पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित तथा तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल ने चीनी राष्ट्रपति का स्वागत किया। मेहमान राष्ट्रपति की अगवानी के लिए एक छोटा सांस्कृतिक समारोह भी आयोजित किया गया।
चीनी नेता के स्वागत के लिए हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में कलाकार रंग-बिरंगे झंडे लेकर कतारों में खड़े थे। वे ढोल बजा रहे थे और परंपरागत संगीत की थाप पर थिरक रहे थे। चिनफिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी और चीन के स्टेट काउंसिलर यांग जियेची आए हैं। दोनों ही भारत में अपने समकक्षों विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग-अलग बातचीत कर सकते हैं।
राष्ट्रपति जिनपिंग के स्वागत के लिए PM मोदी ने अंग्रेजी, तमिल और मंडारिन भाषाओं में किए ट्वीट
दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि मोदी-शी शिखर वार्ता में मुख्य रूप से उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय कारोबार तथा विकास सहयोग को कश्मीर मुद्दे पर मतभेदों तथा सीमा संबंधी जटिल विषय से अलग ले जाने पर ध्यान होगा। संबंधों में असहज स्थिति के बावजूद चिनफिंग के भव्य स्वागत के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार की एजेंसियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
इस तटीय शहर को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया है। चिनफिंग जिन ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे, उन्हें भी विशेष रूप से सजाया-संवारा गया है। दोनों नेता मामल्लापुरम में बंगाल की खाड़ी को निहारते सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में अनौपचारिक परिवेश में वार्ता करेंगे।