मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के भावखेड़ी गांव में बुधवार की सुबह पंचायत भवन के सामने शौच करने पर दो व्यक्तियों ने दो दलित बच्चों को कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला। सिरसोद पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक आर एस धाकड़ ने बताया कि पुलिस ने मामले में दो आरोपियों हाकिम यादव और उसके भाई रामेश्वर यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना में दो ही व्यक्ति कथित तौर पर शामिल थे।
उन्होंने बताया कि बुरी तरह पीटे जाने से दोनों बच्चों .. रोशनी वाल्मीकि :12 साल: और अविनाश वाल्मीकि :10 साल: को गंभीर चोटें आईं। जिला अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। धाकड़ ने मृतक बच्चों के माता-पिता की शिकायत के हवाले से बताया कि हाकिम और रामेश्वर ने सुबह करीब साढ़े छह बजे उनके बच्चों को तब बुरी तरह पीटा जब वे सड़क के पास शौच कर रहे थे।
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मृतक अविनाश के पिता मनोज वाल्मीकि ने कहा कि उनका गांव यादव बहुल है और गांव में उनके साथ जातिगत आधार पर भेदभाव किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के सभी लोगों द्वारा पानी लेने के बाद ही उन्हें हैंडपंप से पानी निकालने की अनुमति है। उन्होंने कहा, ‘‘दो साल पहले मेरी आरोपियों से बहस हुई थी और उन्होंने मुझे जातिगत गालियां देते हुए मारने की धमकी दी थी।’’
मनोज ने कहा ‘‘इसके अलावा वे चाहते थे कि मैं कम पैसे में उनके लिये मजदूरी करुं।’’ धाकड़ ने बताया कि दोनों आरोपियों पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचारों की रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। इस बीच, प्रशासन ने घटना के बाद ऐहतियात के तौर पर जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर भावखेड़ी गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि दलित संगठन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता भी गांव में पहुंच रहे हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने इस घटना की निंदा करते हुये इस पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार और राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की है।