असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी ) को खारिज करेगी और उच्चतम न्यायालय में अपील करेगी कि पार्टी को यह स्वीकार नहीं है।
शर्मा ने दक्षिण असम की बराक घाटी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबेधित करते हुए कहा,‘‘ उच्चतम न्यायालय में यह मामला आने दीजिए और हम कहेंगे कि भाजपा ने एनआरसी को खारिज कर दिया है और हम इसमें विश्वास नहीं करते हैं। इसकी जगह नया एनआरसी आएगा। जो लोग आज हम पर हसं रहे हैं वे निश्चित रूप से एक दिन रोएंगे।
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धार्मिक अत्याचारों और उत्पीड़न के चलते जो लोग भारत आए थे उन्हें नागरिकता प्रदान करने के लिए एक कानून बनाया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक लाया जाएगा और जो अल्पसंख्यक लोग पाकिस्तान, बंगलादेश तथा अफगानिस्तान से भारत आए थे उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी।
शर्मा ने कहा,‘‘अगले तीन-चार महीनों का इंतजार कीजिए और जो लोग भारत माता, बौद्ध, जैन, ईसाई, सिख तथा पारसी धर्म में विश्वास करते हैं उन्हें नागरिकता दी जाएगी। हम लोग हिन्दू बंगालियों को नागरिकता दिए जाने के पक्ष में है। भाषा को रहने दीजिए लेकिन असम में इस समय भाषा आधारित राष्ट्रवाद सबसे खतरनाक है और असमी लोग बंगालियों के खिलाफ नहीं है