हैदराबाद : भाकपा ने आज कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ राजग की प्रमुख पार्टी को हराने के लिए भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारना सर्वश्रेष्ठ रणनीति होगी। भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में ऐसा रूख अपनाना संभव है।
उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन यह रणनीति एक राष्ट्रीय स्तर पर और उन राज्यों में भी संभव नहीं हो सकती, जहां कांग्रेस और वाम तथा कांग्रेस और क्षेत्रीय पार्टियां मुख्य प्रतिद्वंद्वी दल हैं।’’ रेड्डी ने पीटीआई भाषा से कहा कि उनका मानना है कि भाजपा के खिलाफ यथासंभव कांग्रेस सहित एक साझा उम्मीदवार उतारना सर्वश्रेष्ठ है। कुछ राज्यों में यह संभव नहीं हो सकता लेकिन ज्यादातर राज्यों में यह संभव है, इसी चीज की हम उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के लिए एक बड़ा प्रेरणास्रोत है। वहां भाजपा की हार हुई है। इन दोनों सीटों पर सपा का समर्थन करने का फैसला करने को लेकर बसपा प्रमुख मायावती को बधाई देते हुए रेड्डी ने कहा कि उनकी पहल के चलते ही यह जीत संभव हो पाई। उन्होंने कहा कि यह धर्मनिरपेक्ष ताकतों के बीच एक अच्छा विश्वास बना रहा है और उनका मानना है कि संघ परिवार एवं भाजपा पर एक मजबूत हमला बोलने के लिए यह देश में धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के बीच एक करीबी एकजुटता लाएगा।
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