हैदराबाद : भाकपा ने अगले साल आम चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक मोर्चे में कांग्रेस को शामिल करने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रुख का समर्थन किया। विपक्ष की एकजुटता के तृणमूल कांग्रेस नेता के प्रयास पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी( भाकपा) महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा कि हो सकता है कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के बीच चुनावी तालमेल संभव नहीं हो।
नेता ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘ लेकिन राज्यों में, उनकी विशेष स्थितियों के अनुसार, भाजपा को हराने के लिए आमने सामने जैसी लड़ाई होनी चाहिए।’’ रेड्डी ने कहा कि पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों में जहां वाम सीधे तौर पर क्रमश: तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के खिलाफ मैदान में होता है, उनके बीच एकजुटता संभव नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ ये( चुनावी तालमेल) उन राज्यों में संभव होगा जहां इस तरह की( पश्चिम बंगाल और केरल जैसी) स्थिति नहीं है।
भाकपा नेता ने कहा, ‘‘ मैं पूरे वाम मोर्चे की तरफ से नहीं बोल सकता। लेकिन मेरी पार्टी की राय यह है कि जहां किसी क्षेत्रीय पार्टी और अन्य दलों के बीच( भाजपा के खिलाफ संयुकत उम्मीदवार खड़ा करने की) संभावना है, वहां किसी तरह से समझ पैदा होनी चाहिए और जहां( चुनावीतालमेल की) संभावना है, कांग्रेस को बाहर नहीं किया जाना चाहिए।
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