यात्रियों की नासमझी के कारण बेंगलुरु मेट्रो को 35 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। बेंगलुरु मेट्रो की जानकारी के मुताबिक यात्री यात्रा पूरी करने के बाद टोकन लेकर चले जाते हैं। टोकन चोरी के चलते पिछले 7 साल में बेंगलुरु मेट्रो को 35 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। इस बड़े नुकसान का खुलासा RTI से हुआ है। बेंगलुरु के नम्मा मेट्रो के यात्री 20 अक्टूबर, 2011 से लेकर अब तक कुल 35 लाख रुपए की 1.78 लाख टोकन अपने साथ ले जा चुके हैं। हैरान करने वाली बात तो यह कि लोग ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि उन्हें टोकन का शानदार डिजाइन पसंद है।
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक, मेट्रो सेवा की शुरुआत के बाद से स्मार्ट कार्ड की बिक्री में काफी बढ़ी है, लेकिन अधिकांश यात्री अब भी टोकन पसंद करते हैं। कार्ड की बिक्री बढ़े इसके लिए बेंगलुरु मेट्रो ने टोकन खोने पर जुर्माना 200 रुपये तक बढ़ा दिया, जो पहली 50 रुपये होता था। इसके बावजूद लोग टोकन ही खरीदते हैं। बताया जा रह है कि 7 साल से टोकन चोरी रोकने के लिए बेंगलुरु मेट्रो के अफसर लाख कोशिश कर चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई है।
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