ओमीक्रॉन से संक्रमित एक व्यक्ति रेकवरी के बाद फिर कोरोना पॉजिटिव हो गया है, दरअसल 46 वर्षीय बेंगलुरु के डॉक्टर जो भारत में ओमीक्रॉन के पहले मामलों में से थे, वह ठीक होने के बाद एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया की डॉक्टर को अभी आइसोलेशन में ही रखा गया है और उनमे अभी तक कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं।
बीमार डॉक्टर के फेफड़ों में है संक्रमण
डॉक्टर को कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराकें मिली थीं, उनके फेफड़ों में संक्रमण है। पांच लोग जो बेंगलुरु के डॉक्टर के संपर्क में आए थे, उनके टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गयी। पांचों नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे, जिसका परिणाम आना अभी बाकी है।
कर्नाटक सरकार ने 4 प्रयोगशालाओं के लिए मांगी केंद्र से मंजूरी
बता दें कि कर्नाटक ने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पहले ही 2 प्रयोगशालाओं को मंजूरी दे दी है और परीक्षण में तेजी लाने की योजना है। राज्य सरकार ने ऐसी 4 और प्रयोगशालाओं के लिए केंद्र से मंजूरी मांगी है। संक्रमित डॉक्टर भारत में ओमीक्रॉन के साथ पाए जाने वाले पहले दो व्यक्तियों में शामिल था। जिसमें दूसरा व्यक्ति एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक था, जिसे बेंगलुरु में क्वारंटाइन किया गया था और बाद में वह दुबई भाग गया था।
देशभर में ओमीक्रॉन के 23 मामलों की हुई पुष्टि
पुलिस ने दक्षिण अफ्रीकी नागरिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो मूल रूप से गुजराती है, उसके खिलाफ अधिकारियों को बिना बताए क्वारंटाइन नियमों का उल्लंघन करते हुए उड़ान भरने के लिए मामला दर्ज किया है। देशभर में कोविड-19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट के 23 मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में पाए गए सबसे अधिक मामले
महाराष्ट्र में दस मामले सामने आए हैं, जबकि राजस्थान में 9 मामले सामने आए हैं। ओमीक्रॉन वेरिएंट जिसे पहली बार दक्षिण अफ्रीका में खोजा गया था, दुनिया के कई हिस्सों में फैल गया है लेकिन इस संक्रमण से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है। दुनियाभर के विशेषज्ञ यह निर्धारित करने के लिए दौड़ रहे हैं कि यह कितना संक्रामक है और मौजूदा टीके इस पर कितने प्रभावी हैं।