पटना : भारतीय जनता पार्टी कला संस्कृति प्रकोष्ठ की ओर से प्रेस को संबोधित करते हुए मसहूर पार्ष्व एवं लोक गायिका जो 30 भाषाओं में गाती हैं श्रीमती कल्पना पटवारी ने कहा कि बिहार की संस्कृति को पूरी दुनिया में पहुंचाने वाले लोक गायक स्व0 भिखारी ठाकुर को वो सम्मान अब तक नहीं मिला जो उन्हें मिलना चाहिए था। इसी सिलसिले में एक कार्यक्रम के लिए पटना पहुंची कल्पना पटवारी जी ने भिखारी ठाकुर से संबंधित उनके साथ गाने वाले 109 वर्षीय रामाग्या राम की आवाज में एक एलबम रिकार्ड किया है (द लगेसी ऑफ भिखारी ठाकुर पार्ट-2) । जिसे 28 दिसम्बर को पटना के विद्यापति भवन में रीलिज किया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि भिखारी ठाकुर को भोजपुरी का शेक्सपीयर कहकर उस पर पूर्ण विराम लगा दिया गया है।
जबकि मैं शेक्सपीयर को जानने समझने के लिए लंदन उनके गांव गयी वहां जाकर देखा उनके पूरे गांव को हैरीटेज घोषित किया हुआ है। वहीं दूसरी तरफ जब मैं बिहार के शेक्सपीयर के गांव गयी तो उनके गांव की हालत देखकर मुझे रोना आ गया। इतने गुणी और महान् कलाकार के गांव एवं घर की हालत देखकर मैंने प्रण किया कि इसकी दिषा और दषा बदलने का अपने ओर से भरपूर प्रयास करूॅंगी और तब से अब तक मैंने भिखारी ठाकुर को एक मुहिम के रूप में उनके गाये गीतों और उनके द्वारा दिये गये संदेषों को जनमानस तक पहुंचाने के लिए जी-जान से लग गयी हूॅं। मैं भाजपा में भी इसी उद्धेष्य से शामिल हुई। क्योंकि पूरे देष में भाजपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जो अपनी सांस्कृतिक परम्पराओं और इस देष के पूरातन संस्कृति को संजोते हुए इसे आगे लेकर चलने का लगातार प्रयास करती रहती है।
भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ बिहार प्रदेष के संयोजक वरूण कुमार सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि द लगेसी ऑफ भिखारी ठाकुर के नाम से एक कार्यक्रम 28 दिसम्बर को पटना के विद्यापति भवन में किया जा रहा है । द लिभिंग लिजेंड रामाग्या राम भी कल्पना पटवारी के साथ उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में भिखारी ठाकुर से संबंधित उनकी विरासत को नये पीढ़ी के समक्ष ऑडियो-भिजुवल के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा । जिससे हमारी आज की और आने वाली पीढ़ियों को भिखारी ठाकुर के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हो सके । प्रेसवार्ता में भाजपा प्रदेष मंत्री जगन्नाथ ठाकुर, प्रदेष मीडिया प्रभारी अषोक भट्ठ, सह संयोजक आनंद पाठक, प्रवक्ता विरेन्द्र चन्द्रवंषी, सदस्य शैलेष महाजन आदि उपस्थित थे।