केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे। गृहमंत्री ने यहां राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा, किसी भी हिंदू, जैन और ईसाई शरणार्थियों को भारत सरकार देश छोड़ने को मजबूर नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, 2014 में 2 सीट और आज 18 सीट मिली है। लेकिन करीब ढाई करोड़ बंगाल की जनता ने कमल के निशान पर वोट किया है। गृहमंत्री ने कहा कि आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
कोलकाता में अनुच्छेद 370 पर बोलते हुए शाह ने कहा, अनुच्छेद 370 को हटाने की अवाज सबसे पहले पश्चिम बंगाल से ही उठी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यहीं से एक देश, एक संविधान का नारा दिया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर पार्टी का नारा दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है।
एनआरसी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोगों गुमराह करने का आरोप लगते हुए अमित शाह ने कहा कि जो भी हिंदू और जैन शरणार्थी देश में आए हैं, उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि किसी हिंदू शरणार्थी को देश से जाने नहीं देंगे और किसी घुसपैठिए को देश में रहने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, दीदी (ममता बनर्जी) कह रही हैं कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं होने देंगे, लेकिन मैं आपको आश्वासन दे रहा हूं, भारत में प्रत्येक घुसपैठियों को दरवाजा दिखाया जाएगा। आप जानते हैं कि जब वह विपक्ष में थी और वामपंथी सत्ता में थे, तो वे कहते थे कि घुसपैठियों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर होना चाहिए।