देहरादून : अक्सर अपने नए-नए कारनामों से विवादों में रहने वाला उत्तराखंड परिवहन निगम एक बार भी चर्चा में है। मामला इस बार कर्मचारियों को वेतन और एसीपी (इंश्योर करियर प्रोग्रेशन) से जुड़ा है। उत्तराखंड परिवहन निगम के नई दिल्ली में 33 कर्मचारी तैनात है, जिनके वेतन और एसीपी में बड़ा घोटाला हुआ है। विभागीय जांच में ये घोटाला सामने आया है।
इस घोटाले के सामने आने बाद परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि निगम के सभी सात हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन व एसीपी का स्पेशल ऑडिट करवाया जाए, ऐसे में इस मामले में शासन से स्वीकृति मिलते ही मामले की जांच शुरू कर दी जाएंगी। इससे पहले भी निगम में कर्मचारियों के एसीपी फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था, जिसके बाद संबंधित कर्मचारियों के वेतन रिकवरी के आदेश जारी हुए थे।
परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि उन्होंने शिकायत मिली थी कि नई दिल्ली में कार्यरत कर्मचारी के वेतन और एसीपी का गलत निर्धारण किया गया है। इससे बाद उन्होंने महाप्रबंधक प्रशासन और वित्त नियंत्रक को मामले की जांच के आदेश दिए थे। मामले की जांच की गई तो शिकायत सही पाई गई।
इस घोटाले का सामने आने के बाद प्रबंध निदेशक ने निगम के सभी सात हजार कर्मचारियों के वेतन और एसीपी का स्पेशल ऑडिट कराने के लिए शासन को पत्र लिखा है। जांच के आदेश मिलते ही कर्मचारी के वेतन और एसीपी मामले में विशेष जांच कराएगी जाएगी, जिसके बाद यह पता चल सकेगा कि किस-किस स्तर पर किन-किन अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ी की गई है।