आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे चायवाले के बारे में, जो पत्नी के साथ कर चुका है 17 देशों की यात्रा ! जी हाँ , वैसे तो चायवाले का नाम लेते ही सबसे पहले प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी का नाम ही याद आता है बता दे कि बचपन में चाय बेचने से लेकर स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता और मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री पद तक नरेन्द्र मोदी जी का जीवन संघर्ष से परिपूर्ण रहा है। पर आज हम जिस चायवाले की बात कर रहे है उनका जीवन भी संघर्ष भरा रहा है । तो चलिए जानते है इस चायवाले के बारे में : –
एक फिल्मी डायलॉग है कि अगर पूरी शिद्दत से किसी चीज को चाहो तो सारी कायनात आपको उससे मिलाने में जुट जाती है। कहने का मतलब है कि यदि आप अपने मन में कुछ करने की ठान ले, तो कुछ भी असंभव नहीं है। जी हां, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है एक चाय बेचने वाले ने। जिसका एक ही मकसद है और वो है घूमना लेकिन पैसों की कमी कभी उसका रास्ता नहीं रोक पाई।
इस चायवाले ने अपने सपने के साथ-साथ अपनी पत्नी के सपनों को पूरा किया है। ये शख्स अपनी पत्नी को 17 देशों की सैर करवा चुका है।
आपको बता दे कि केरल के एर्नाकुलम में रहने वाले विजयन का सपना था कि वो अपनी पत्नी मोहना के साथ दुनिया की सैर करें। चाय की दुकान चलने वाले विजयन की इतनी आमदनी नहीं थी लेकिन उन्होंने अपने सपने का साथ नहीं छोड़ा। 65 साल के विजयन पिछले 40 सालों से चाय बेच अपने और अपने परिवार का पेट पाल रहे है। विजयन का कहना है कि वो इतने पैसे जमा कर लेते हैं कि बैंक उन्हें लोन दे सके।
इसके बाद इन पैसों से वो हर बार एक नया देश घूमकर आते हैं। फिर वापस आकर वो कुछ सालों के भीतर बैंक को पैसा वापस कर देते हैं। और यह सिलसिला इसी तरह चलता रहता है। विजयन एयर टिकट के लिए रोजाना 300 रुपये की बचत करते हैं।
दोनों एक साथ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, वेनिस और मिस्र समेत कुल 17 देशों की यात्रा कर चुके हैं। पिता की मौत के बाद विजयन पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी का भार आ गया और इन सबके बीच घूमने का तो सवाल ही नहीं उठता था। लेकिन विजयन की पत्नी ने उनके इस सपने को पूरा करने में खूब मदद की।
आपको बता दें कि विजयन के इस जज्बे को देखते हुए उन पर ‘इनविजिबल विंग्स’ नाम की डॉक्यमेंट्री फिल्म भी बनाई जा चुकी है।
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