भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे देशभर में भय का माहौल पसरा हुआ है। इसी कड़ी में चिंता की बात यह है कि बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के लोग भी इस वेरिएंट की चपेट में आने लगे हैं। बिहार के पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के डॉक्टरों और स्टूडेंट्स को मिलाकर 160 से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अब आईआईटी खड़गपुर में कोविड विस्फोट हुआ है।
40 छात्रों समेत 60 लोग पाए गए कोरोना संक्रमित
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर के परिसर में रहने वाले 40 छात्रों और शोधकर्ताओं सहित 60 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। आईआईटी खड़गपुर के रजिस्टार तामल नाथ ने मंगलवार को बताया कि अधिकतर संक्रमितों में मामूली लक्षण हैं और वे घर पर पृथक-वास में रह रहे हैं या प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान के छात्रावासों में बनाए गए पृथक-वास केन्द्र में हैं।
छात्र-शोधकर्ताओं के अलावा गैर-शिक्षण कर्मचारी तथा संकाय के 20 सदस्य संक्रमित पाए गए हैं। नाथ ने बताया कि परिसर में स्थिति नियंत्रण में है और परिसर में बने अस्पताल के कर्मचारी ही मरीजों का उपचार कर रहे हैं।
संक्रमण का कोई लक्षण महसूस होने पर जांच जरूर कराएं
उन्होंने कहा, ‘‘हम आईआईटी खड़गपुर परिवार से अनुरोध करते हैं कि संक्रमण का कोई लक्षण महसूस होने पर जांच कराएं। वे हमारे सुझाव का पालन कर रहे हैं। इसी तरह ही 60 लोगों के संक्रमित होने की जानकारी मिली। हम दुनिया से बाहर नहीं हैं। हर जगह कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, हमें भी इस स्थिति का सामना करना होगा।’’ संस्थान के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 27 दिसंबर के बाद से लगभग 2000 छात्र परिसर में आए हैं, लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद फिलहाल और छात्र यहां नहीं आ रहे हैं।