देहरादून : दून में डेंगू से जहां स्वास्थ्य विभाग की कसरत करा रखी है, वहीं अब लोग वायर बुखार की भी चपेट में आने लगे हैं। इससे स्वास्थ्य महकमें की चिंता बढ़ गई है। कभी बारिश तो कभी धूप के कारण लगातार बदल रहा वातावरण लोगों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। इन दिनों वायरल बुखार तेजी से फैला हुआ है। स्थिति ये है कि सरकारी अस्पताल हों या निजी, हर जगह वायरल के मरीज दिख रहे हैं।
इस वक्त अस्पताल में आने वाला हर दूसरा मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। किसी को बुखार के साथ गले, सिर व कमर में दर्द की शिकायत है तो किसी का शरीर आग की तरह तप रहा है। इन्हें जुकाम, खांसी के अलावा कफ के चलते सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। सीएमओ कार्यालय ने आंकड़े जारी कर बताया है कि दून में सात हजार 550 लोग वायरल बुखार की चपेट में हैं। जबकि 2607 लोग डेंगू की चपेट में हैं।
ऐसे में शहर में दस हजार से अधिक लोग डेंगू और वायरल से पीड़ित चल रहे हैं। डा.एसके गुप्ता ने बताया कि शहर में विभिन्न अस्पतालों में डेंगू के लिये 42 आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं। इसमें 141 बेड है। आइसोलेसन वार्ड में 3730 मरीज आये थे। इनमें से 2607 में डेंगू की पुष्टि हुई। इस समय सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में 266 मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं।
7750 लोग बुखार से पीड़ित
दून के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता के अनुसार, डेंगू को देखते हुए इस वक्त टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं। जहां 7550 लोग बुखार से पीड़ित मिले हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविरों में भी 3266 बुखार पीड़ित आए हैं। जबकि डेंगू का आंकड़ा इससे काफी कम है। जाहिर है कि वायरल के कारण भी लोग आशंकित हैं।
डेंगू ने करा दी स्वास्थ्य विभाग की कदमताल
दून में इस बार डेंगू का मच्छर रिकॉर्ड तोड़ रहा है। जनपद देहरादून में अब तक 2607 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मच्छर की इस सक्रियता ने स्वास्थ्य महकमे को भी हलकान कर रखा है। स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग, समेकित बाल विकास परियोजना, नगर निगम व पुलिस की 21 टीमें मैदान में डटी हैं। अब तक 61 हजार 252 घरों में लार्वा का सर्वे किया गया है। इसमें से 3760 घरों पर लार्वा पाया गया और इसे नष्ट किया गया।
दून में इस बार डेंगू का मच्छर रिकॉर्ड तोड़ रहा है। जनपद देहरादून में अब तक 2607 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मच्छर की इस सक्रियता ने स्वास्थ्य महकमे को भी हलकान कर रखा है। स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग, समेकित बाल विकास परियोजना, नगर निगम व पुलिस की 21 टीमें मैदान में डटी हैं। अब तक 61 हजार 252 घरों में लार्वा का सर्वे किया गया है। इसमें से 3760 घरों पर लार्वा पाया गया और इसे नष्ट किया गया।