पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों के बाद राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत के दौरान इन आरोपों पर हैरानी जताई। सूत्रों के बताया कि त्रिपाठी ने राजनाथ से बात करके उन्हें बताया कि वह मुख्यमंत्री के आरोपों से आश्चर्यचकित है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का रवैया और भाषा शैली हैरान करने वाली है। कोलकाता में राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि ‘प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कल मुख्यमंत्री द्वारा इस्तेमाल की गयी भाषा और उनके रवैये पर राज्यपाल आश्चर्यचकित है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच बातचीत सामान्यत: गोपनीय होती है और किसी से भी इसका खुलासा किए जाने की उम्मीद नहीं होती।’ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल संवैधानिक पद से बंधे रहने के कारण राज्य के मामलों में मूक दर्शक नहीं बने रह सकते है।
मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक सुश्री बनर्जी ने कल राज्यपाल की निंदा करते हुए आरोप लगाया था कि राज्यपाल ने उन्हें धमकी दी हैं। उन्होंने कहा था कि ‘राज्यपाल ने मुझे फोन पर धमकी दी है। राज्यपाल संवैधानिक पद पर होने के बावजूद भाजपा के पक्ष में बोल रहे है। मैंने उनसे कह दिया है कि वह इस तरह से बात नहीं कर सकते है।’ मुख्यमंत्री के इन आरोपों के कुछ ही देर बाद राजभवन से यह बयान जारी हुआ। केन्द्रीय मंत्री और दार्जिलिंग सीट से भाजपा सांसद एस.एस. अहलूवालिया ने कहा कि सुश्री बनर्जी ने राज्यपाल के खिलाफ जो आरोप लगाए है वे दुर्भाज्ञपूर्ण है।
त्रिपाठी ने केन्द्रीय गृह मंत्री के साथ उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपमंडल के बदुरिया की स्थिति के बारे में भी विस्तृत चर्चा की। पश्चिम बंगाल से भाजपा के एक अन्य सांसद और केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने एक ट्वीट में कहा कि राज्यपाल के खिलाफ लगाए आरोप राज्य के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति से ध्यान हटाने का प्रयास है।