राज्यसभा सांसद मानस भुइंया द्वारा भाजपा के वोट बढ़ने के लिये जिम्मेदार ठहराए जाने और मुकुल रॉय की करीबी बताये जाने के बाद हुए तबादले से नाराज दबंग आईपीएस अधिकारी भारती घोष ने अपना इस्तीफा दे दिया है। तबादले के 72 घंटे के भीतर उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के पुलिस महानिदेशक सूरजीत कर पुरकायस्थ को भेज दिया है।
भारती का पश्चिम मिदनापुर पुलिस अधीक्षक पद से ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने पुलिस महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ को अपना इस्तीफा दे दिया है। उनका तबादला तीसरी बटालियन के कमांडेंट के तौर पर बैरकपुर भेज दिया था। सूत्रों की मानें, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आईपीएस भारती के बीच पिछले 6 साल से ही तनाव चल रहा है।
भारती इससे पहले झाड़ग्राम की पुलिस चीफ रह चुकी हैं, उसके बाद मिदनापुर जो कि एक माओवादी इलाका है वहां पर लंबे समय से तैनात थीं। अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि चूंकि जिस जगह उनका ट्रांसफर किया गया है, उस जिम्मेदारी से वह खुश नहीं हैं इसलिए इस्तीफा दे रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जब राज्यसभा सांसद मानस भुइंया से बीजेपी के वोट बढ़ने की वजह पूछी, तो उन्होंने इसके लिए भारती घोष को जिम्मेदार बताया था। मानस ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा भारती घोष उनकी नहीं बल्कि मुकुल रॉय की करीबी हैं।
माना जा रहा है कि इसके बाद उनके तबादले का आदेश जारी हुआ था। वही, भारती के इस फैसले के बाद राजनीतिक हलके में उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं हो रही हैं।
आपको बता दें कि भारती ने हावर्ड से प्रबंधन में डिग्री ली है, जिसके बाद भारत पुलिस सेवा में जाने से पहले यहां कलकत्ता प्रबंधन संस्थान में शिक्षक रह चुकी हैं। भारती घोष संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के तहत लगभग एक दशक तक कोसोवो व बोसनिया में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा खुफिया विभाग की महिला शाखा में भी अपने कामकाज के बूते अलग पहचान बनाई थी। वे वर्ष 2011 में ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद संयुक्त राष्ट्र मिशन से लौटी थीं।
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