जलीय और वायुमार्गों की हिफाजत में ही सीमाओं की रक्षा निहित : राजनाथ सिंह - Punjab Kesari
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जलीय और वायुमार्गों की हिफाजत में ही सीमाओं की रक्षा निहित : राजनाथ सिंह

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पोर्ट ब्लेयर : केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारतीय सीमाओं की मजबूती से रक्षा जलीय और वायु मार्गों की सुरक्षा से ही संभव है। श्री सिंह ने आज शाम यहां बारातांग द्वीप के लिए समुद्री मार्ग का उद्घाटन करने के बाद आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अपने पिछले कार्यकाल के दौरान उन्होंने यही महसूस किया है कि कोई भी दीवारें या किलें बनाकर भारतीय सीमाओं की रक्षा नहीं की जा सकती है।

उन्होंने कहा भारत कितनी भी दीवारें या किले बनाकर अपनी सीमाओं की रक्षा नहीं कर सकता है और भारतीय सरहदों की हिफाजत करने की शक्ति अगर कहीं हैं तो वह जलीय और वायुमार्गों में ही निहित है। मै आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि श्री नितिन गड़करी के मंत्रालय की ओर से पूरी की जा रही सभी परियोजनाएं इसी दिशा का एक हिस्सा है।’ उन्होंने कहा जलीय यातायात प्रणाली को मजबूत करने के लिए आज कईं परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है और इस प्रणाली को मजबूत करने के फायदों को आपके सामने गिनाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि सुरक्षा के लिहाज से मैं गृह मंत्रालय का कामकाज देखता हूं।

श्री सिंह ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से भारतीय तट रेखा की लंबाई 7300 किलोमीटर है और भारतीय तट रेखा का भौगोलिक क्षेत्र काफी व्यापक है। उनके साथ सड़क,परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी भी थे और केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री गंगा राम अहीर दो दिवसीय यात्रा पर आज दोपहर बाद पहुंचे। इन्होंने नेशनल मेमोरियल सेलुलर जेल का दौरा किया और शहीदों को पुष्पांजलि भी अर्पित की।

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