केरल विधानसभा के अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन के 50,000 रुपये के चश्मा के बारे में RTI में खुलासा हुआ है की इसकी कीमत का भुगतान राज्य के सरकारी खजाने से किया गया है। बता दें कि केरल लगातार नकदी की कमी से जूझ रहा है और ऐसे में अध्यक्ष की ओर से महंगा चश्मा लेने पर विवाद बढ़ गया है। माकपा के नेतृत्व वाली LDF सरकार के 2018-19 का बजट पेश करने के एक दिन बाद महंगे चश्मे की खबर सामने आई है।
सरकार की ओर से नकदी के संकट को दूर करने के लिए वित्तीय अनुशासनों की वकालत की गई, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के लिए हुए इस खर्चे ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कोच्चि के रहने वाले RTI कार्यकर्ता डीबी बीनू ने बताया कि चश्मे पर 49900 रुपये खर्च किए गए, जिसमें उसके फ्रेम की कीमत 4,900 और लेंस पर 45,000 रुपये खर्च किए गए। साथ ही उन्हें इसी साल जनवरी में 4.25 लाख रुपये इलाज के लिए दिए गए।
विरोधियों के निशाने आने वाले अध्यक्ष श्रीरामकृष्णन ने सफाई में कहा कि डॉक्टरों की सलाह पर ही उन्होंने ये चश्मा लिया। RTI कार्यकर्ता बीनू ने बताया कि उन्होंने श्रीरामकृष्णन द्वारा दिए गए बिलों की प्रति भी मांगी थी जो उन्हें नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा सचिवालय द्वारा अधूरी जानकारी दिए जाने के खिलाफ राज्य सूचना आयोग का रुख करेंगे। इससे पहले, स्वास्थ मंत्री केके शैलजा के 28,000 रुपये का चश्मा खरीदने पर विवाद पैदा हो गया था। मंत्री को चश्मा के लिए भुगतान किया गया था।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।