देहरादून : काफल का स्वाद चखाने के बाद अब कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पहाड़ी खीरे का स्वाद याद दिलाने जा रहे हैं। रावत ने इसके लिए 28 सितंबर को देहरादून में ‘ककड़ी-रायता पार्टी’ के आयोजन का ऐलान किया है। इसके साथ ही पार्टी में गेठी और पिनालू के पत्तों और अरबी के पत्तों का गुनका भी परोसा जाएगा।
स्टिंग ऑपरेशन के कारण हाईकोर्ट में हरीश रावत के मामले की सुनवाई एक अक्टूबर को है। इससे पहले हुई सुनवाई में सीबीआई उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कोर्ट से अनुमति मांग चुकी है। इसी कारण दबाव में आए रावत ने पिछली सुनवाई में फेसबुक पर अपने समर्थकों के सामने खुद को निर्दोष बताया था। अब एक अक्टूबर से सुनवाई से ठीक दो दिन पूर्व देहरादून में पहाड़ी खीरे की दावत करते हुए दिखाई देंगे।
रावत ने फेसबुक पेज के जरिए यह जानकारी दी है और पहाड़ी खीरे के साथ ही पहाड़ी व्यंजनों की एक लंबी फेहरिस्त भी सामने रखी है। इससे पहले भी रावत इस तरह की दावतों का इंतजाम करते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों को काफल के स्वाद याद दिलाया था। यहां मुख्यमंत्री रहने के दौरान रावत ने एक बार भुट्टे की दावत भी दी थी।