पूर्वोत्तर के असम और अरुणाचल प्रदेश में काफी लंबे समय से सीमा मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से मुलाकात की और घोषणा की कि दोनों पूर्वोत्तर राज्य लंबे समय से जारी सीमा विवादों को समयबद्ध तरीके से हल करने के लिए जिला स्तरीय समितियां बनाएंगे।
दोनों राज्यों के बीच मुख्यमंत्री स्तर की यह दूसरी बैठक
सरमा ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि सीमा मुद्दे को लेकर दोनों राज्यों के बीच मुख्यमंत्री स्तर की यह दूसरी बैठक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने समयबद्ध तरीके से इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों राज्यों में जिला स्तरीय समितियां गठित करने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिला समितियां दोनों राज्यों के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य, जातीयता, निकटता, लोगों की इच्छा और प्रशासनिक सुविधा के आधार पर लंबे समय से लंबित मुद्दों के ठोस समाधान खोजने के लिए विवादित क्षेत्रों में संयुक्त सर्वेक्षण करेगी।’’
Took part in the 2nd CM-level meeting with my Arunachal Pradesh counterpart Hon’ble Shri @PemaKhanduBJP ji to resolve the boundary disputes between the two states.We decided to form district-level committees in both the states to resolve the issue in a time-bound manner. pic.twitter.com/Pyn3RXm2x6— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 20, 2022
सरमा ने कहा कि बैठक में समितियों के संदर्भ की शर्तों को भी अंतिम रूप दिया गया। बैठक में असम के सीमा क्षेत्र विकास मंत्री अतुल बोरा और दोनों राज्यों के मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। असम और अरुणाचल प्रदेश 804.1 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं और इसके साथ विवाद के 1,200 बिंदु हैं।