कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस-जद (एस) के अयोग्य ठहराए गए विधायक यदि उप चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्हें बीजेपी के टिकट दिए जाएंगे। हालांकि पार्टी के भीतर से ही किसी भी ऐसे कदम के खिलाफ विरोध के स्वर उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पूर्व विधायकों को टिकट देने की ‘‘ हमारी जिम्मेदारी’’ है।
तत्कालीन विधायकों द्वारा की गई बगावत के कारण जुलाई में कांग्रेस-जद(एस) की सरकार गिर गई थी और उसके बाद राज्य में बीजेपी ने सरकार बना ली थी। अयोग्य विधायक जिन निर्वाचन क्षेत्रों से आते हैं वहां पर दिसंबर माह में उप चुनाव होने हैं। येदियुरप्पा ने 2018 में हारे उम्मीदवारों और बीजेपी के टिकट के आकांक्षियों को यह कहकर संतुष्ट करने का प्रयास किया है कि उन लोगों के लिए राज्य संचालित बोर्ड एवं निगमों में अवसर गढ़े जाएंगे।
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उन्होंने शिमोगा जिले के शिकारीपुरा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उप चुनाव नजदीक हैं, 15 सीटों के लिए तारीखों की घोषणा हो गई है। अमित शाह ने कहा कि इस्तीफा देने वाले और बीजेपी से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों को सीट (टिकट) दिए जाएंगे, यह हमारी जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप हमारी पार्टी की ओर से खड़ा होना चाहते हैं तो आपको प्राथमिकता दी जाएगी, उम्मीदवार बनाया जाएगा। आपकी जीत की जिम्मेदारी बीजेपी कार्यकर्ता और नेताओं की होगी।’’ येदियुरप्पा की टिप्पणियां इस मायने में अहम हैं कि अयोग्य विधायकों को उप चुनाव के टिकट देने के खिलाफ बीजेपी के भीतर से ही आवाजें उठ रही हैं। कांग्रेस के अयोग्य विधायक बीसी पाटिल ने येदियुरप्पा के बयान का स्वागत किया।
हालांकि उन्होंने कहा कि अयोग्य विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने के बारे में अभी विचार नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘अदालत को हमारी योग्यता के बारे में फैसला करने दीजिए उसके बाद हम इस पर विचार करेगे और फैसला लेंगे।’’ बीजेपी को सत्ता में बने रहने के लिए आगामी उप चुनाव में कम से कम छह सीटें जीतनी होंगी।