चेन्नई : तमिलनाडु में राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) में असफल रहने के कारण मेडिकल कॉलेज में दाखिले का सपना टूट जाने से निराश दलित छात्रा अनीता की आत्महत्या के बाद उसे न्याय देने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्रों और राजनेताओं ने आज सड़कों पर उतरकर जबर्दस्त विरोध-प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी का पुतला भी फूंका। राज्य के कई हिस्सों में छात्रों ने नीट के मुद्दे पर राज्य के हितों को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंका और नीट को राज्य से स्थायी रूप से समाप्त करने की मांग की। अनीता की मौत पर शोक और उसके प्रति सम्मान जताते हुए अरियालुर जिले में आज सभी दुकान एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहें।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. के. पलानीसामी ने अनीता की मौत पर शोक व्यक्त किया है और उसके परिजनों को सात लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की और परिवार के एक सदस्य को उसकी शैक्षणिक योज्ञता के अनुसार सरकारी नौकरी देने का वादा किया। एसएफआई, डीवाईएफआई,आरवाईएफआई समेत कई छात्र संगठन के सदस्यों, राजनीतिक दलों जैसे वीसीके, माकपा, नाम तमीझार और विभिन्न महिला संगठन नीट को समाप्त करने की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आये और नीट से तमिलनाडु को छूट देने के अपने वादे से मुकर जाने के लिए केन्द, सरकार की आलोचना की। राजनीतिक दलों और छात्रों के प्रदर्शन के कारण चेन्नई शहर के कई हिस्सों में यातायात जाम हो गया।
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव जी रामाकृष्णन सहित उनकी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं और विभिन्न छात्र संगठनों के सदस्यों को अन्ना सलाई के मुख्य मार्ग में बुहारी होटल के सामने प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कुछ कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के तस्वीर को फाड़ते हुए देखा गया और कुछ प्रदर्शनकारियों को तस्वीर में आग लगाते हुए देखा गया। कुछ कार्यकर्ता सड़क पर वाहनों को जबरन रोक रहे थे। कुछ आंदोलनकारियों ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण सहित भाजपा नेताओं की नीट को समर्थन देने और अध्यादेश जारी कर एक साल के लिए छूट का वादा करने के बाद उससे मुकरने को लेकर निंदा की।